अगर शिवसेना तोड़ने में सफल नहीं होते तो आत्महत्या कर लेते एकनाथ शिंदे
मुंबई: महाराष्ट्र में शिवसेना स्थापना दिन के बाद से एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट के बीच में दूसरे को ‘गद्दार’ और खुद को ‘स्वाभिमानी’ करार देने का अभियान चल रहा है। महाराष्ट्र में गद्दारों के विरोध में ‘स्वाभिमान’ नाम का आंदोलन चल रहा है। वहीं उद्धव गुट एकनाथ शिंदे के खिलाफ गद्दार दिवस मना रहा है।
एक साल पहले आज ही के दिन उद्धव ठाकरे की शिवसेना के 40 विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे ने बगावत कर दी थी। इस वजह से महाराष्ट्र की राजनीति में बवाल मचा हुआ था। इस बीच शिंदे गुट के मंत्री दीपक केसरकर के बयान ने हंगामा खड़ा कर दिया है। दीपक केसरकर ने कहा कि अगर एकनाथ शिंदे का बगावत वाला कदम कामयाब नहीं होता तो वह सभी विधायकों को वापस भेज देते और अपने सिर में गोली मार लेते। केसरकर ने कहा कि एकनाथ शिंदे ने विधायकों के लिए कभी अपनी जान की परवाह नहीं की। इसलिए हम उनके साथ खड़े हैं।
दीपक केसरकर ने कहा, बगावत के समय एक बार एकनाथ शिंदे ने कहा था कि जब मैंने यह सोचना शुरू किया कि मेरा विद्रोह सफल होगा या नहीं। अगर मैं अपने कदम में असफल होता या मुझे लगता कि मैं सफलता हासिल नहीं कर पाऊंगा। तब उस समय मैं एक ही काम करता कि अपने साथ आए विधायकों को वापस भेज देता। साथ ही एक फोन करके कहता कि इन लोगों की कोई गलती नहीं है। गलती मैंने की है और उसके बाद मैं अपने सिर में गोली मार लेता।
एकनाथ शिंदे की उस बात को याद करते हुए दीपक केसरकर ने कहा कि इस तरह की बात करने वाला शख्स किसी का बुरा नहीं सोच सकता। निश्चित तौर पर उसके अंदर इंसानियत है कि मेरी वजह से किसी विधायक को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए। ऐसे व्यक्ति के साथ तो लोग जरूर जुड़ना चाहेंगे। जिस व्यक्ति को अपनी जान से ज्यादा दूसरों के जान की परवाह हो। लोग ऐसे इंसान के साथ नहीं खड़े होंगे तो किसके साथ खड़े होंगे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने सोमवार को आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे ने एनसीपी और कांग्रेस से हाथ मिलाने के लिए दिवंगत बाल ठाकरे की विचारधारा को त्याग दिया। शिवसेना के 57वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिंदे ने शिवसेना (यूबीटी) गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला बोला। शिंदे ने कहा कि मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए उद्धव ने बाल ठाकरे की विचारधारा से समझौता किया गया।