सोयाबीन और सूरजमुखी तेल पर आयात शुल्क घटकर 12.5 फीसदी
मुंबई- केंद्र सरकार ने महंगाई को नियंत्रित करने के लिए रिफाइंड सूरजमुखी और सोयाबीन तेल के आयात शुल्क में कटौती की है। हालांकि, आयात शुल्क घटने से इनकी कीमतों पर खास फर्क नहीं पडने वाला है। सोयाबीन और सूरजमुखी तेल पर आयात शुल्क 17.5 फीसदी से घटाकर 12.5 फीसदी कर दिया गया है। यह दर बृहस्पतिवार से लागू हो गई है। वित्त मंत्रालय ने कहा, इस फैसले से घरेलू तेल की उपलब्धता में तेजी और कीमतों पर नियंत्रण होगा।
आमतौर पर भारत कच्चे सोयाबीन और सूरजमुखी तेल का आयात करता है। फिर भी सरकार ने रिफाइंड तेल पर आयात शुल्क घटा दिया है। शुल्क में इस कटौती से रिफाइंड खाद्य तेलों पर प्रभावी शुल्क 13.7 फीसदी हो गया है। इसमें सामाजिक कल्याण उपकर भी शामिल है। सभी प्रमुख कच्चे खाद्य तेलों पर प्रभावी शुल्क 5.5 फीसदी है।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर एसोसिएशन (एसईए) ने कहा कि इस कदम से बाजार के सेंटिमेंट पर तुरंत प्रभाव होगा, लेकिन आयात पर कोई असर नहीं होगा। कच्चे सूरजमुखी तेल का आयात कर इसे रिफाइंड बनाना सीधे रिफाइंड सूरजमुखी तेल आयात से करीब 4 रुपये किलो सस्ता है। ऐसे में आयात शुल्क घटने से इस तेल की कीमतों पर फर्क नहीं पड़ने वाला है। इस समय भारत सोयाबीन और सूरजमुखी के रिफाइंड तेल का आयात नहीं करता है।