भारत में 2028 तक 69 करोड़ होंगे 5जी के ग्राहक, 2022 में थे 3.1 करोड़ 

मुंबई- भारत में 5G ग्राहकों की संख्या 2028 के अंत तक 2,125 प्रतिशत बढ़कर 69 करोड़ हो जाने की उम्मीद है, जो 2022 में 3.1 करोड़ थी। यह देश में मोबाइल सब्सक्रिप्शन के कवरेज को 2022 में 77 प्रतिशत से आगे बढ़ाकर 2028 में 94 प्रतिशत कर देगा। वैश्विक 5G मोबाइल सब्सक्रिप्शन 2028 के अंत तक 500 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। 

टीमलीज सर्विसेज रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत को 5G तकनीक का पूरी तरह से लाभ उठाने के लिए 2025 तक कम से कम 80 लाख स्किल्ड वर्कफोर्स तैयार करने की जरूरत है। रिपोर्ट के लिए सर्वेक्षण में शामिल 297 कंपनियों में से 80 प्रतिशत ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं (बीएफएसआई) को 5G से सबसे ज्यादा लाभ होगा। शिक्षा (48 प्रतिशत), गेमिंग (48 प्रतिशत), रिटेल और ई-कॉमर्स (46 प्रतिशत) अन्य उद्योग हैं जो 5G के कारण लाभ उठाएंगे। 

रिपोर्ट में कहा गया है कि लगभग आधी भारतीय कंपनियों (46%) को उम्मीद है कि जब 5G तकनीक पेश की जाएगी तो बहुत सारी नई नौकरियां आएंगी। उन्हें लगता है कि 5G का उपयोग करने के पहले साल में रोजगार सृजन 61% से 80% के बीच हो सकता है। 

अगले तीन सालों में सर्वे में शामिल 41% लोगों का मानना है कि नौकरी के अवसरों में 80% से ज्यादा की वृद्धि होगी। और अगले पांच वर्षों में सर्वेक्षण में शामिल 50% लोगों का मानना है कि नौकरी के अवसर 80% से 100% के बीच बढ़ जाएंगे। 

टीमलीज सर्विसेज के स्टाफिंग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) कार्तिक नारायण ने कहा, 5G तकनीक की शुरुआत से प्रौद्योगिकी से संबंधित नौकरियों में 80% की बड़ी वृद्धि होने की उम्मीद है। दूरसंचार कंपनियां जो 5G का उपयोग करती हैं, विकास के लिए एक अच्छा अवसर प्रदान करेंगी। जैसे-जैसे ये कंपनियां अपने नेटवर्क को अपग्रेड करेंगी और इंटरनेट ऑफ थिंग्स, मोबाइल डिवाइस और नेटवर्क सुरक्षा जैसी चीजों के लिए 5G का उपयोग करेंगी, उन्हें विशेष नौकरियों के लिए अधिक लोगों को नियुक्त करने की आवश्यकता होगी।  

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