दुनिया की शीर्ष 2000 कंपनियों में रिलायंस 45वें व एसबीआई 77वें स्थान पर 

मुंबई- वैश्विक स्तर पर सुस्ती और महंगाई के साथ ऊंची ब्याज दरों के बावजूद भारतीय कंपनियों ने लंबी छलांग लगाई है। दुनिया की शीर्ष 2000 कंपनियों में देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज 45वें स्थान पर है। पिछले साल यह 53वें स्थान पर थी। इस सूची में कुल 55 भारतीय कंपनियों को जगह मिली है। 

फोर्ब्स की ग्लोबल 2000 सूची के मुताबिक, भारतीय कंपनियों में रिलायंस शीर्ष पर है। इसके बाद देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई अब 77वें स्थान पर है जो पिछले साल 105वें स्थान पर था। एचडीएफसी बैंक इसी दौरान 153 से 128 और आईसीआईसीआई बैंक 204 से बढ़कर 163वें स्थान पर पहुंच गया है। 

अन्य भारतीय कंपनियों में ओएनजीसी 226वें स्थान पर है जबकि एचडीएफसी लि 232वें स्थान पर है। एलआईसी 363वें स्थान पर है। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (टीसीएस) 384 से खिसककर 387 पायदान पर आ गई है। इस सूची में अदाणी समूह की भी तीन कंपनियां हैं जिनकी रैंकिंग 1000 से नीचे है। 

अमेरिका का सबसे बड़ा बैंक जेपी मॉर्गन 3.7 लाख करोड़ डॉलर के साथ सूची में पहले स्थान पर है। 2011 के बाद यह पहली बार शीर्ष पर है। अमेरिका में बैंकों के डूबने के कारण इसे फायदा मिला है। इसने फर्स्ट रिपब्लिक को खरीदा जिससे इसकी संपत्तियां बढ़ गईं? 

वॉरेन बफे की बार्कशायर हैथवे 338 वें स्थान पर है जबकि सऊदी अरब की तेल कंपनी अरामको दूसरे क्रम पर है। अल्फाबेट और एपल सातवें और दसवें स्थान पर हैं। यह रैंकिंग कंपनियों की बिक्री, फायदा और अन्य आधार पर तय की जाती है। 

दुनिया की शीर्ष 2000 कंपनियों में जिन अन्य भारतीय कंपनियों को जगह मिली है उसमें एक्सिस बैंक 423, एनटीपीसी 433, एलएंडटी 449, एयरटेल 478 कोटक बैंक, 502, इंडियन ऑयल 540, इन्फोसिस 554, बैंक ऑफ बड़ौदा 586, कोल इंडया 591, टाटा स्टील 592, हिंडालको 660 और वेदांता 687 स्थान पर हैं। इनके अलावा अदाणी समूह की भी तीन कंपनियां इस सूची में शामिल हैं।  

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