भारत-यूएई के बीच रुपये और दिरहम में जल्द शुरू होगा कारोबार- गोयल
मुंबई- भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच रुपये व दिरहम में जल्द कारोबार शुरू होगा। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, दोनों देशों के बीच स्थानीय मुद्राओं में कारोबार को लेकर बातचीत जारी है। इस पर जल्द फैसला होगा।
आर्थिक गतिविधियों और द्विपक्षीय कारोबार को बढ़ावा देने को भारत और यूएई ने पिछले साल मई में रुपये और दिरहम में व्यवसाय के लिए मुक्त कारोबार एग्रीमेंट (एफटीए) किया था। दोनों के बीच मार्च, 2022 में बातचीत शुरू हुई थी। एक साल बाद अब यह अंतिम चरण में है।
गोयल ने कहा, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और यूएई का केंद्रीय बैंक इस संबंध में योजना बना रहे हैं। इसमें सभी मुद्दों और अन्य मामलों पर चर्चा हो रही है। रुपये और दिरहम में कारोबार के अलावा डिजिटल टेक भी इस चर्चा में शामिल है।
गोयल ने कहा, दोनों देशों के बीच गैर तेल कारोबार 2030 तक 100 अरब डॉलर का हो सकता है। यह अभी 48 अरब डॉलर है। दोनों देशों के बीच चर्चा में इस लक्ष्य को तय किया गया है। यूएई भारत को कच्चे तेल की आपूर्ति करने वाले प्रमुख देशों में है। ट्रेड एग्रीमेंट के तमाम प्रावधानों के अमल के लिए दोनों देश तमाम समितियों और उप समितियों के गठन पर भी सहमत हुए हैं।
गोयल ने कहा, एक नई उप समिति बनाई गई है जो सेवाओं में कारोबार से संबंधित मामलों को देखेगी। यह समिति सेवाओं के कारोबार के आंकड़ों का आदान-प्रदान करेगी। इसके साथ ही भारत-यूएई सीईपीए काउंसिल के गठन पर भी सहमति बनी है। यह सरकार और निर्यात केंद्रित निजी क्षेत्र के लिए काम करेगी। यह काउंसिल सूक्ष्म एवं मझोले उद्योगों, स्टार्टअप, महिला उद्यमियों जैसे क्षेत्रों पर फोकस करेगी।
गोयल ने कहा कि भारत और यूएई मूल्य वर्धित सोने और सोने के उत्पादों में व्यापार बढ़ाने के तरीकों पर विचार कर रहे हैं। इस संबंध में फैसला आने वाले समय में होगा। स्विट्जरलैंड के बाद यूएई भारत को सोने के प्रमुख आपूर्तिकर्ताओं में से एक है। इसलिए भारत यूएई के साथ सोने के व्यापार को और भी प्रोत्साहित करना चाह रहा है। भारत ने मुक्त व्यापार समझौते के तहत यूएई से सोने के आयात पर कुछ शुल्क रियायतें दी हैं।