विश्व बैंक ने वैश्विक विकास पूर्वानुमान में की बढ़ोतरी, लेकिन भारत का घटाया 

मुंबई- अमेरिका सहित कई अन्य देशों की अर्थव्यवस्था में स्थिरता से विश्व बैंक ने अपने 2023 के वैश्विक विकास पूर्वानुमान को बढ़ा दिया है। हालांकि, इसने यह भी कहा कि उच्च ब्याज दरें अगले वर्ष अपेक्षा से ज्यादा गिरावट का कारण बनेंगी। वास्तविक जीडीपी इस वर्ष 2.1% बढ़ने के लिए तैयार है। यह जनवरी में जारी किए गए 1.7 फीसदी पूर्वानुमान से ज्यादा है लेकिन 2022 की विकास दर 3.1 फीसदी से काफी नीचे है। 

विश्व बैंक ने सख्त मौद्रिक नीति के निरंतर प्रभावों का हवाला देते हुए 2024 के वैश्विक विकास पूर्वानुमान को जनवरी में 2.7 फीसदी से घटाकर 2.4 फीसदी कर दिया। 2023 के बाकी बचे समय में विकास काफी धीमा होना तय है। 2025 में वैश्विक विकास दर तीन फीसदी रहने का अनुमान है। 

जनवरी में विश्व बैंक ने चेतावनी दी थी कि वैश्विक जीडीपी मंदी के कगार पर पहुंच रही है। हालांकि, चीन के लॉकडाउन से उबरने के कारण तब से श्रम बाजार में मजबूती और अमेरिका में खपत उम्मीदों से अधिक हो गई थी। हालांकि इसने भारत की विकास दर को 0.3 फीसदी तक घटा दिया है।

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