इन कंपनियों के घाटे में होने से शेयरों में आई भारी गिरावट, जानिए ब्योरा
मुंबई- भारतीय कंपनियों की मार्च तिमाही का स्कोरकार्ड उम्मीदों के मुताबिक रहा है। हालांकि कुछ कंपनियों ने चौंकाने वाला परिणाम दिया है। इस दौरान कई कंपनियां अपने नुकसान को भारी कमी करने में कामयाब रही।
जानकारी के मुताबिक पिछले फाइनेंशियल ईयर में 12 कंपनियों के घाटे में भारी कमी आई। इनमें जेट एयरवेज, पीबी फिनटेक और पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस शामिल हैं। बंद हो चुकी एयरलाइन कंपनी जेट एयरवेज को जून तिमाही में 390 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था जबकि मार्च तिमाही में कंपनी का घाटा मात्र 55 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी का घाटा भले ही कम हो गया है लेकिन निवेशक अभी इस स्टॉक से दूर हैं। इसकी वजह यह है कि कंपनी ने अब तक अपना परिचालन शुरू नहीं किया है। पिछले एक साल में इसकी कीमत में 57 परसेंट गिरावट आई है।
इसी तरह नकदी की कमी से जूझ रही कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स के घाटे में भी काफी कमी आई है। कंपनी को जून तिमाही में 439 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था जो मार्च तिमाही में 156 करोड़ रुपये रह गया। टेलिफोन बनाने वाली सरकारी कंपनी आईटीआई का घाटा भी लगातार दूसरी तिमाही में कम हुआ है। सितंबर तिमाही में कंपनी को 100 करोड़ रुपये से अधिक घाटा हुआ था जो मार्च तिमाही में 73 करोड़ रुपये रह गया। पिछले एक साल में कंपनी के स्टॉक ने करीब 13 फीसदी रिटर्न दिया है। पीबी फिनटेक का घाटा जून तिमाही में 204 करोड़ रुपये था जो मार्च तिमाही में मात्र नौ करोड़ रुपये रह गया है।
पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस के घाटे में भी काफी कमी आई है। जून तिमाही में यह 639.40 करोड़ रुपये था जो मार्च तिमाही में 165 करोड़ रुपये रह गया है। कंपनी की कमाई में बढ़ोतरी से निवेशकों का भरोसा भी बढ़ा है। इस शेयर ने पिछले एक साल में 14 फीसदी से अधिक रिटर्न दिया है। मार्च तिमाही के नतीजों के बाद ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने बीएफएसआई, ऑटो, एफएमसीजी के लिए अपने अनुमान को अपग्रेड कर दिया जबकि आईटी, ऑयल एंड गैस तथा मेटल्स का अनुमान घटा दिया है।