एलआईसी को छोड़ो अब तक का रिकॉर्ड घाटा अदाणी के शेयरों ने दिया
मुंबई। एलआईसी के शेयरों के सूचीबद्ध होने के एक साल बाद निवेशकों को 1.93 लाख करोड़ रुपये का घाटा हुआ है, लेकिन हालिया समय में सबसे कम समय में सबसे ज्यादा घाटा निवेशकों को देनेवाला अगर कोई शेयर रहा है तो वह अदाणी समूह रहा है। इसने केवल चार महीने में ही निवेशकों को ९ लाख करोड़ रुपये का घाटा दिया है।
अदाणी समूह की कुल 10 कंपनियां शेयर बाजारों में सूचीबद्ध हैं। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने से पहले 25 जनवरी को इन सभी का मार्केट कैपिटलाइजेशन १९ लाख करोड़ रुपये के पार था। रिपोर्ट आने के बाद शेयरों में भारी गिरावट हुई और इन सभी का मार्केट कैप घटकर 7 लाख करोड़ रुपये तक चला गया। हालांकि सुप्रीमकोर्ट के फैसले के बाद इनके शेयरों की कीमतों मे तेजी आई शुरू हुई है।
आंकड़े बताते हैं कि अभी भी इन सभी कंपनियों का मार्केट कैप 10 लाख करोड़ रुपये ही है। जबकि 19 लाख करोड़ रुपये से तुलना करें तो निवेशकों को शुद्ध घाटा 9 लाख कोरड़ रुपये का है। हालांकि, विश्लेषक कहते हैं कि इस दो दिनों की तेजी के आधार पर अभी इस शेयर के बारे में कुछ कहना मुश्किल है। क्योंकि अभी सेबी की जांच चल रही है और तीन महीने में उसे रिपोर्ट देना है।अदाणी के मामले में नियुक्त समिति ने जो रिपोर्ट दी है, उसमें 6 लोगों का जिक्र है जिन्होंने रिपोर्ट से पहले अदाणी समूह के शेयरों में शार्ट का पोजीशन लिया था। ऐसे में इसकी भी जांच की जा रही है। वैसे कुल मिलाकर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का असर सीधे तौर पर निवेशकों को हुआ है। हालांकि विश्लेषक पहले से ही चेता रहे थे कि इस समूह के शेयरों का जो मूल्यांकन या भाव है, वह बहुत ही ज्यादा है जबकि इनके कारोबार में कोई उस तरह से उछाल नहीं आया है।