तैयार प्लास्टिक उत्पादों पर उत्पाद शुल्क दोगुना करने की मांग
मुंबई- ऑल इंडिया प्लास्टिक मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एआईपीएमए) ने सरकार से तैयार प्लास्टिक उत्पादों पर आयात शुल्क को दोगुना कर 20 फीसदी करने की मांग की है। साथ ही भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए घरेलू निर्माताओं को प्रोत्साहन प्रदान करने का आग्रह किया। एसोसिएशन ने देश में प्लास्टिक के सामानों के आयात पर एक विस्तृत अध्ययन करने के बाद कहा, बड़ी मात्रा में तैयार प्लास्टिक के सामान का आयात किया जा रहा है। हमें उस पर अंकुश लगाने की जरूरत है।
देश में 2021 में प्लास्टिक के 37,500 करोड़ रुपये के सामानों का आयात किया था। इसमें ज्यादातर आयात चीन से हुआ था। इस आयात से प्रति वर्ष लगभग 40 लाख टन कच्चे माल की अतिरिक्त जरूरत है और 16,000 से अधिक प्लास्टिक प्रसंस्करण मशीनों में उपकरण, मोल्ड और जिग शामिल होंगे। एसोसिएशन ने कहा कि इससे देश में 5 लाख अतिरिक्त नौकरियां भी पैदा होंगी। भारत में लगभग 50,000 प्लास्टिक निर्माता हैं और उनका वार्षिक कारोबार लगभग 3.5 लाख करोड़ रुपये है।
एसोसिएशन ने कहा कि आयात उत्पादों का निर्माण करने वाली इकाइयों के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना उपलब्ध कराई जाए। एसोसिएशन के मुताबिक, भारत को अगला वैश्विक प्लास्टिक उत्पाद उत्पादन केंद्र बनाने के लिए स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देने और प्लास्टिक के तैयार माल को प्रोत्साहित करने के लिए एक व्यापक कार्य योजना विकसित करनी चाहिए।