राजस्थान में मिले लिथियम भंडार पर आनंद महिंद्रा ने कहा बड़ी चुनौती
मुंबई- राजस्थान के डेगाना में मिले लिथियम भंडार के बाद इंडस्ट्रियलिस्ट आनंद महिंद्रा ने इसकी रिफाइनिंग को बड़ा चैलेंज बताया। उन्होंने कहा, ‘सप्लाई चेन का की-एलिमेंट रिफाइनिंग है, रिजर्व नहीं। जहां चीन के पास भारी बढ़त है। हमें उस कैपेसिटी को इंस्टॉल करने के लिए तेजी से कदम बढ़ाने की जरूरत है।’
आनंद महिंद्रा ने ये भी कहा कि हमारे पास 21वीं सदी में विकास के लिए महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन का बड़ा भंडार है। यह संकेत है कि भारत का ‘इलेक्ट्रिफाइड फ्यूचर’ है। इससे पहले भी जब जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में लिथियम का भंडार मिला था तब भी उन्होंने कहा था, ‘इसमें कोई शक नहीं है कि भारत का भविष्य उज्जवल है।’
जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया, केंद्र या राज्य सरकारों की ओर से राजस्थान के लिथियम रिजर्व को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। यह खोज भारत की 80% मांग को पूरा कर सकती है। लिथियम का उपयोग मोबाइल-लैपटॉप, इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए चार्जेबल बैटरी बनाने में किया जाता है।
डेगाना में मिले लिथियम से आयात के मामले में भारत की चीन पर निर्भरता और कम होगी। लिथियम आयात करने के लिए भारत ताइवान और अर्जेंटीना के साथ भी डील करता है। अब माना जा रहा है कि इस लिथियम के भंडार से दुनिया में चीन की मोनोपॉली खत्म होगी।