महंगाई का और बढ़ेगा बोझ, बीमा का प्रीमियम अब 10 फीसदी और बढ़ेगा
मुंबई- आम आदमी पर महंगाई का एक और बोझ बढ़ने जा रहा है। दरअसल बीमा का प्रीमियम 10 फीसदी तक महंगा हो सकता है। भारतीय कंपनियों और मोटर वाहन मालिकों के लिए बीमा लागत में इजाफा होना तय है। इसकी वजह यूक्रेन में युद्ध और दुनिया भर में मौसम से संबंधित अन्य नुकसान होना आदि है। इस वजह से प्रभावित वैश्विक पुनर्बीमाकर्ताओं ने दरों में 40 से 60 फीसदी का इजाफा किया है।
देश की जनरल इंश्योरेंस कंपनियों के अधिकारियों के मुताबिक, पुनर्बीमा दरों में इजाफा होने के चलते आने वाले महीनों में संपत्तियों, देनदारियों और मोटर कवर के लिए बीमा प्रीमियम में न्यूनतम 10% का इजाफा होने की उम्मीद है।
बता दें कि भारत की जनरल इंश्योरेंस इंडस्ट्री में 24 कंपनियां शामिल हैं। ये सभी कंपनियां कुल मिलाकर जनरल इंश्योरेंस इंडस्ट्री में 84 फीसदी मार्केट की हिस्सेदारी रखती हैं। भारतीय कंपनियां अप्रत्याशित देनदारियों और भारी नुकसान के प्रभाव को कम करने के लिए बड़े बीमा कवर खरीदती हैं। वे आमतौर पर आग, समुद्री-संबंधित जोखिमों, इंजीनियरिंग और व्यावसायिक रुकावटों से बचाव के लिए बीमा कवर खरीदते हैं।
देश में सभी वाहन मालिकों के लिए मोटर बीमा अनिवार्य है। वित्त वर्ष 2023 में जनरल इंश्योरेंस इंडस्ट्री के कुल कारोबार में अकेले मोटर इंश्योरेंस ने प्रीमियम में करीब 81,292 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। इंडस्ट्री के एक्स्पर्ट्स के मुताबिक, पुनर्बीमा लागत में हाल ही में हुए इजाफे के साथ कारों, बाइक और कमर्शियल व्हीकल्स के लिए इंश्योरेंस खरीदने की प्रीमियम दरों में अगले कुछ महीनों में 10-15 फीसदी की वृद्धि होने की संभावना है।
पश्चिमी देशों के केंद्रीय बैंकों ने पिछले 12 महीनों में ब्याज दरों में 4.5-5% की वृद्धि की है। इससे वैश्विक पुनर्बीमाकर्ताओं के लिए पूंजी की लागत में वृद्धि हुई है। इसके अलावा हाल के वर्षों में जलवायु परिवर्तन की अनिश्चितता भी बढ़ गई है। इससे भी पुनर्बीमाकर्ताओं को भारी नुकसान हुआ है। यूक्रेन युद्ध में कुछ घटनाओं के चलते भी इंडस्ट्री के लिए नुकसान बढ़ गया है।