अमेरिका में रोजगार देने में भारतीय कंपनियों का जलवा, जमकर कर रहीं निवेश
मुंबई- अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी इकॉनमी है। वहां की कंपनियां दुनियाभर में छाई हुई हैं। लेकिन अभी देश के आर्थिक हालात ठीक नहीं लग रहे हैं। बैंकिंग संकट गहराता जा रहा है, डॉलर की हालत खस्ता है और नकदी संकट की आहट सुनाई दे रही है। देश पर पहली बार डिफॉल्टर होने का खतरा मंडरा रहा है। अर्थशास्त्रियों ने आशंका जताई है कि इससे देश में 80 लाख से अधिक लोगों को नौकरियां से हाथ धोना पड़ सकता है।
ऐसी स्थिति में अमेरिका के लिए भारतीय कंपनियां बड़ा सहारा बनकर उभरी हैं। वे अमेरिका में जमकर निवेश कर रही हैं और इससे वहां लाखों लोगों को नौकरी मिली है। एक सर्वे के मुताबिक भारत की 150 से अधिक कंपनियों ने अमेरिका में 40 अरब डॉलर से अधिक निवेश कर रखा है और इससे वहां करीब 425,000 नौकरियां पैदा हुई हैं। इतना ही नहीं भारतीय कंपनियों ने अमेरिका में कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) पर करीब 18.5 करोड़ डॉलर खर्च किए हैं। इससे लोकल कम्युनिटीज को काफी फायदा हुआ है। अमेरिका में रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स में उनकी फाइनेंसिंग करीब एक अरब डॉलर की है।
भारतीय इंडस्ट्री की संस्था सीआईआई (सीआईआई) के एक सर्वे में यह दावा किया गया है। यह सर्वे को बुधवार को अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने लॉन्च किया। इस मौके पर भारत में अमेरिका के नियुक्त राजदूत एरिक गारसेटी भी मौजूद थे। संधू ने कहा कि भारतीय कंपनियां अमेरिका में स्ट्रेंथ, रिजिलियंस और कंप्टीटिवनेस लाई हैं। उन्होंने रोजगार के अवसर पैदा किए हैं, लोकल कम्युनिटीज को सपोर्ट किया है और कैपेसिटी तथा टेक्निकल नो-हाउ बनाया है। उन्होंने देश की समृद्धि को बढ़ाया है।
सीआईआई के डायरेक्टर जनरल चंद्रजीत बनर्जी के मुताबिक भारतीय कंपनियों ने अमेरिकी मार्केट में निवेश और जॉब क्रिएशन को बढ़ाकर अपनी रिजिलियंस और कमिटमेंट को दिखाया है। उन्होंने पूरे देश में अपने कारोबार को फैलाया है। भविष्य में भी उनकी अमेरिका में ज्यादा निवेश करने और ज्यादा लोगों को नौकरी पर रखने की योजना है। यह इस बात का संकेत है कि भारत और अमेरिका के आर्थिक रिश्ते सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। भारतीय कंपनियों के निवेश से टेक्सस, न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी, वॉशिंगटन, फ्लोरिडा, कैलिफोर्निया, जॉर्जिया, ओहियो, मोनटाना और एलिनॉय को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है।
भारतीय कंपनियों के निवेश से टेक्सास में 20,906, न्यूयॉर्क में 19,162, न्यू जर्सी में 17,713, वॉशिंगटन में 14,525, फ्लोरिडा में 14,418, कैलिफोर्निया में 14,334, जॉर्जिया में 13,945, ओहियो 12,188, मोनटाना में 9,603 और एलिनॉय में 8,454 नौकिरियां पैदा हुई हैं।
भारतीय कंपनियों ने सबसे ज्यादा निवेश टेक्सास (9.8 अरब डॉलर) में किया है। इसके बाद जॉर्जिया (7.5 अरब डॉलर), न्यू जर्सी (4.2 अरब डॉलर), न्यूयॉर्क (2.1 अरब डॉलर), मैसाच्यूसेट्स (1.4 अरब डॉलर), केंटुकी (90.8 करोड़ डॉलर), कैलिफोर्निया (77.6 करोड़ डॉलर), मैरीलैंड (72 करोड़ डॉलर), फ्लोरिडा (71.1 करोड़ डॉलर) और इंडियाना (58.2 करोड़ डॉलर) में उनका टॉप निवेश है।