अब ये चलाएँगी रेमंड का कामसूत्र कंडोम, जानिए कौन हैं इसकी नई मालिक
मुंबई- भारत की दो बड़ी कंपनियों में 2825 करोड़ रुपये की डील हुई है। गोदरेज समूह ने रेमंड कंज्यूमर केयर कंपनी का अधिग्रहण कर लिया है। इस डील के बाद अब रेमंड का कामसूत्र, पार्क एवेन्यू जैसे ब्रांड गोदरेज केयर का हिस्सा बन जाएंगे। एफएमसीजी सेक्टर के लिए ये एक बड़ी डील है।
कंज्यूमर बेस्ड प्रॉडक्ट बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में से एक गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स अब रेमंड के कंज्यूमर केयर का अधिग्रहण करेगी। इस डील से एफएमसीजी सेक्टर में गोदरेज की हिस्सेदारी बढ़ेगी। इस करोड़ों की डील के बाद एक बार फिर से निसाबा गोदरेज चर्चा में आ गई हैं। इस डील में उनका अहम रोल रहा है।
निसाबा गोदरेज गोदरेज ग्रुप के चेयरमैन आदि गोदरेज की बेटी हैं। निसाबा 2017 से गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (GCPL) की जिम्मेदारी संभाल रही है। कंपनी की चेयरपर्सन निसाबा में बिजनेस संभालने और उसे तेजी से बढ़ाने के सारे गुण है। साल 2017 के बाद से गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड लगातार विस्तार कर रहा है।
साल 1978 में जन्मीं निसाबा का बचपन मुंबई में बीता है। निसाबा बचपन से ही पढ़ाई में तेज थीं। शुरुआती पढ़ाई मुंबई में करने के बाद उन्होंने वॉर्टन स्कूल ऑफ द यूनिवर्सिटी ऑफ पेन्सिलवेनिया से BSC की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से MBA की डिग्री हासिल की। साल 2017 में वो अपने पिता की कंपनी के साथ जुड़ गई।
साल 2013 में निसाबा ने ट्राइबेका डेवलपर्स के फाउंडर कल्पेश मेहता से शादी की। परिवार और कारोबार के बीच उन्होंने हमेशा संतुलन रखा। उनके 2 बच्चे हैं जिनके नाम जोरान और ऐडन हैं। वो परिवार को भी पूरा वक्त देती हैं। कंपनी के ग्रोथ में उनका अहम रोल है। साल 2008 में गोदरेज एग्रोवेट बोर्ड में उनकी एंट्री हुई।
साल 2017 में जब निशाबा ने गोदरेज की कमान संभाली । जब उन्होंने चेयरपर्सन की कुर्सी संभाली उस वक्त कंपनी का वैल्यूएशन 9600 करोड़ का था। आज गोदरेज कंपनी की वैल्यूएशन 97,525 करोड़ की हो चुकी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक निसाबा को नेटवर्थ साल 2022 में 1200 करोड़ रुपये है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक निसाबा के पास गोदरेज की 4 कंपनियों में शेयर हैं । उनका नेटवर्थ करीब 1200 करोड़ है। सैलरी के तौर पर उन्हें 1.70 करोड़ मिलते हैं। कंपनी की सबसे यंग चेयरमैन निसाबा ने कंपनी में लगातार कई बदलाव किए और कंपनी को ग्रोथ दिया। उन्होंने कमान संभालने के बाद बिजनस की रणनीति बदल दी। नए प्रोडक्ट्स लॉन्च करना, रेवेन्यू ग्रोथ पर फोकस, ब्रांड का अधिग्रहण जैसे अहम बदलाव किए। निसाबा गोदरेज ग्रुप के CSR एक्टिविटी की कमान भी संभालती हैं। कंपनी को लेकर उन्होंने ऐसे कई कदम उठाए, जिसका फायदा कारोबार को मिला।