अतीक अहमद व मुख्तार अंसारी, एक ही तरीके का है अपराध और जीवन 

मुंबई- अतीक अहमद और उसके परिवार के काले-कारनामे तो हर कोई जान ही चुका है। पति और बेटे की मौत के बाद भी अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन का कोई पता नहीं है। पिछले करीब दो महीने से पुलिस शाइस्ता की तलाश कर रही है, उस पर पचास हजार का इनाम भी घोषित है, लेकिन शाइस्ता का कोई पता नहीं है। डॉन तो डॉन उसकी पत्नी भी इतनी शातिर है कि पुलिस उसे पकड़ ही नहीं पा रही, लेकिन उत्तर प्रदेश का एक और परिवार है जो अतीक के परिवार से कहीं कम नहीं है। 

उत्तर प्रदेश के दूसरे माफिया मुख्तार अंसारी को कल गाजिपुर की एक अदालत ने 10 साल की सजा सुनाई है। ये सजा उसे कृष्णानंदराय हत्याकांड में गैंगस्टर एक्ट के तहत सुनाई गई है। मुख्तार अंसारी के भाई अफजल अंसारी को भी इस मामले में चार साल की सजा सुनाई गई है। जिस तरह अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ ने राजू पाल को मरवाया था, ठीक उसी तरह ही इन दो भाइयों मुख्तार अंसारी और अफजाल अंसारी ने बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या की थी। 

अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी के अगर परिवार की बात की जाए तो वो भी अपराध के मामले में बिल्कुल अलग नहीं हैं। जहां एक तरफ शाइस्ता पर पचास हजार का इनाम घोषित है वहीं मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशा अंसारी (Afsa Ansari) पर भी 75 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। शाइस्ता की तरह ही अफशा को भी पुलिस काफी समय तलाश कर रही है, लेकिन उसका कोई पता नहीं है। अफशा के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी कर दिया गया है। माना जा रहा है कि वो पुलिस से बचने के लिए विदेश फरार हो सकती है। 

दरअसल शाइस्ता की तरह ही अफशा भी अपने पति मुख्तार अंसारी गैरमौजूदगी में उसका सारा काला कारोबार देखती है। शाइस्ता की तरह ही गैंग के सारे लोगों की कमान अफशा के हाथ में है। ऐसे में वो किसी भी कीमत पर जेल में कैद नहीं होना चाहती। अफशा पर जबरन जमीन हड़पने, काले धन को सफेद दिखाने की कोशिश करने के आरोप हैं। विकास कंस्ट्रक्शन के नाम से अफशा के नाम पर जो फर्म में उसमें बड़े घोटाले पाए गए हैं। 

मुख्तार अंसारी की पत्नी के अलावा मुख्तार के बच्चे भी जेल में बंद है। मुख्तार का बड़ा बेटे अब्बास अंसारी मनी लॉन्डरिंग मामले में कासगंज की जेल में बंद है। इसके अलावा अब्बास अंसारी पर एक चुनावी रैली के दौरान हेट स्पीच का मामला भी दर्ज है। मऊ से समाजवादी पार्टी की सीट पर विधायक अब्बास अंसारी ने खुलेआम चुनावी रैली के दौरान पुलिस और प्रशासन को धमकी दी थी। अब्बास ने कहा था कि एक बार उनकी सरकार आने दो छह महीने तक किसी पुलिस वाले का ट्रांसफर नहीं किया जाएगा बल्कि उनसे हिसाब-किताब बराबर किया जाएगा। 

मुख्तार अंसारी की बहू निकहत भी चित्रकूट जेल में बंद है। निकहत अवैध तरीके से अपने पति अब्बास से लंबे समय तक जेल में मिलती रही थी। इसके अलावा वो जेल के अंदर मोबाइल फोन, विदेशी करेंसी और दूसरा कीमती सामान ले जाती रही और जेल अधिकारियों की मदद से रोज घंटों जेल के अंदर बिताती रही। निकहत अपने पति अब्बास को जेल से बाहर निकालने की प्लानिंग कर रही थी। ये घटना चित्रकूट जेल की है तब अब्बास अंसारी चित्रकूट जेल में था, लेकिन इस घटना के बाद उसे कासगंज जेल में शिफ्ट कर दिया गया। 

अतीक अहमद की तरह ही मुख्तार अंसारी के पूरे परिवार पर भी कुछ न कुछ आरोप हैं ही। सालों तक ये दोनों परिवार उत्तर प्रदेश में अपनी जड़ें मजबूत करते रहे। राजनीतिक संरक्षण से ये दोनो परिवार फलते-फूलते रहे, लेकिन अब इनके सारे काले कारनामें खुलकर सामने आ चुके हैं। 

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