सोना से ज्यादा फायदा दे सकती है चांदी, 90 हजार रुपये तक जाने की उम्मीद
मुंबई- सोने की कीमत में हाल के दिनों में काफी तेजी आई है और गोल्ड रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुका है। जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में चांदी का परफॉरमेंस सोने से बेहतर रह सकता है। इसकी वजह यह है कि सोने की रेकॉर्ड कीमत के कारण निवेशक उससे दूरी बना रहे हैं और उनका रुझान चांदी की तरफ बढ़ रहा है। दूसरी वजह यह है कि चांदी का इंडस्ट्रियल डिमांड में तेजी आ रही है।
सोने और चांदी में इस साल 11 फीसदी तेजी आई है। लेकिन आने वाले दिनों में सोने की तुलना में चांदी की कीमत कहीं आगे जा सकती है। अगले नौ से 12 महीने में चांदी की कीमत 85,000 से 90,000 रुपये प्रति किलो पहुंच सकती है जो इसके करेंट प्राइस से 20 फीसदी अधिक है।
विश्लेषक का कहना है कि सोना और चांदी की कीमत की तुलना करने वाला रेश्यो अभी 80 पर है। ऐतिहासिक रूप से यह 65 से 75 के रेंज में रहा है। इससे साफ है कि आगे चांदी की कीमत में तेजी की गुंजाइश है। अगर आप गोल्ड-सिल्वर अनुपात को देखें तो चांदी के भारी पड़ने की संभावना है। चांदी की कीमत में एक ब्रेकआउट दिया है और यह 72,000 रुपये के शुरुआती रेसिसटेंस लेवल से आगे निकल गई है।
एमसीएक्स पर अब यह 85,000 से 86,000 रुपये तक जा सकती है। भारत दुनिया में चांदी का सबसे बड़ा उपभोक्ता है और अपनी जरूरत का 90 फीसदी हिस्सा आयात करता है। 2022 में भारत ने 9,500 टन चांदी का आयात किया था। इंडस्ट्री के सूत्रों का कहना है कि सप्लाई कम होने से कीमतें मजबूत बनी रह सकती हैं।
दुनियाभर में सिल्वर का स्टॉक पिछले चार-पांच साल के न्यूनतम स्तर पर है। इसलिए दुनियाभर में चांदी की भारी मांग है। ऐसे में चांदी की कीमत हाई बनी रहेगी। चांदी का इस्तेमाल 5जी टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रॉनिक वीकल्स और रिन्यूएबल एनर्जी में सिल्वर का इस्तेमाल हो रहा है। इससे साफ है कि इसकी इंडस्ट्रियल डिमांड मजबूत बनी रहेगी। निकट भविष्य में पेंट-अप डिमांड देखने को मिल सकती है।