इन दस कंपनियों ने निवेशकों के डुबो दिए कई लाख करोड़ रुपये, जानिए कौन हैं
मुंबई- पिछले एक साल में शेयर मार्केट में भारी गिरावट देखने को मिली है। इस दौरान कम से कम दस कंपनियों के मार्केट कैप में 50,000 करोड़ रुपये से अधिक गिरावट आई है। इन दस कंपनियों में से टॉप तीन पर अडानी ग्रुप की कंपनियां हैं। 24 जनवरी को आई एक रिपोर्ट के कारण अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई थी।
इस दस शेयरों में से पांच निफ्टी 50 इंडेक्स का हिस्सा हैं। इनमें देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज भी शामिल है। पिछले एक साल में मुकेश अंबानी की कंपनी का मार्केट कैप 1.4 लाख करोड़ रुपये कम हो चुका है। इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 14 परसेंट गिरावट आई है। इस लिस्ट में टेक सेक्टर की तीन कंपनियां इन्फोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और विप्रो (Wipro) शामिल हैं। अमेरिका और यूरोप में सुस्ती के कारण इनका मार्केट कैप गिरा है।
पिछले एक साल में इन्फोसिस के मार्केट कैप में 1.6 लाख करोड़ रुपये, टीसीएस के मार्केट कैप में 1.4 लाख करोड़ रुपये और विप्रो के मार्केट कैप में 94,000 करोड़ रुपये की गिरावट आई है। पिछले एक साल में इन कंपनियों के शेयरों में 12 से 31 फीसदी तक गिरावट आई है। सबसे ज्यादा गिरावट अडानी ग्रुप की कंपनियों में आई है।
अडानी ग्रीन एनर्जी का मार्केट कैप पिछले एक साल में तीन लाख करोड़ रुपये गिरा है। इसी तरह अडानी टोटल गैस का मार्केट कैप 1.7 लाख करोड़ और अडानी ट्रांसमिशन का 1.7 लाख करोड़ रुपये गिरा है। पिछले एक साल में इन कंपनियों के शेयरों में 62 से 68 फीसदी गिरावट आई है।
इसके अलावा इस लिस्ट में बजाज फाइनेंस, वेदांत और नायका की पैरेंट कंपनी एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर्स शामिल है। पिछले एक साल में बजाज फाइनेंस के मार्केट कैप में 81,327 करोड़, वेदांत के 53,714 करोड़ रुपये और एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर्स के मार्केट कैप में 51,008 करोड़ रुपये की गिरावट आई है। पिछले एक साल में बजाज फाइनेंस के शेयरों में 19 परसेंट, वेदांत के शेयरों में 34 परसेंट और एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर्स के शेयरों में 59 फीसदी गिरावट आई है।