दो कमरों से शुरू होकर आज दुनिया में मशहूर हो गया है बॉर्नविटा ड्रिंक पावडर
मुंबई- हेल्थ पाउडर ड्रिंक के लिए मशहूर बॉर्नविटा इस समय विवादों में हैं। बॉर्नविटा को लेकर सोशल मीडिया पर इस दिनों विवाद छिड़ा हुआ है। विवाद इस बात पर है कि कंपनी जिस बॉर्नविटा को लोगों तक पहुंचा रही है उसमें शक्कर की मात्रा ज्यादा है। इससे लोगों की हेल्थ को नुकसान पहुंच रहा है। हालांकि कंपनी ने इन दावों को पूरी तरह से नकार दिया है। लेकिन बॉर्नविटा और उसे बनाने वाली कंपनी मॉन्डीलेज चर्चा में बनी हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बॉर्नविटा की शुरुआत दो कमरों से हुई थी। साल 1824 में बर्मिघम में दो कमरों की दुकान से शुरू बॉर्नविटा आज दुनिया की सबसे बड़ी चॉकलेट कंफेक्शनरी कंपनी के रूप में जानी जाती है। कंपनी का इतिहास करीब 200 साल पुराना है और उसने दुनिया में पहली बार साल 1920 में बॉर्नविटा को हेल्थ ड्रिंक के रुप में पेश किया था।
मोंडलीज की वेबसाइट के अनुसार साल 1824 में जॉन कैडबरी ने पहला ग्रॉसरी आउलेट खोला था, उन्हीं के नाम से कैडबरी की शुरूआत हुई थी। जब कंपनी ने साल 1905 में डेयरी मिल्क नाम से चॉकलेट को बाजार में उतारा तब से इसकी किस्मत बदल गई। यह इंटरनेशनल ब्रांड बनती चली गई। वहीं बॉर्नविटा की शुरुआत साल 1920 में ब्रिटेन से हुई थी। यह साल 1948 में भारत में पहुंचा। बॉर्नविटा कैडबरी का एक लोकप्रिय ब्रैंड है। यह बच्चों को काफी पसंद आता है। बॉर्नविटा को लेकर विवाद की शुरुआत एक वीडियो के बाद हुई है।