ब्याज बढ़ने से होम लोन की मांग में कमी, पर्सनल व क्रेडिट कार्ड में हुई वृद्धि
मुंबई। ब्याज दरों में लगातार वृद्धि से होम लोन पर अब असर पड़ने लगा है। दिसंबर तिमाही में होम लोन के साथ खुदरा कर्ज की मांग में गिरावट आई है। ट्रांसयूनियन सिबिल ने कहा, हालांकि, पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड की मांग में इस दौरान तेजी आई है।
रिपोर्ट के अनुसार, क्रेडिट कार्ड और पर्सनल लोन असुरक्षित कर्ज माने जाते हैं। यह खपत पर आधारित कर्ज होते हैं। दिसंबर, 2022 की तिमाही में होम लोन की पूछताछ में एक फीसदी की कमी आई है। जबकि पर्सनल लोन की मांग में 50 फीसदी और क्रेडिट कार्ड की मांग में 77 फीसदी की तेजी आई है।
आंकड़ों के अनुसार, मात्रा के लिहाज से होम लोन में दिसंबर तिमाही में 6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। जबकि मूल्य के लिहाज से इसमें दो फीसदी की कमी आई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल मई से बढ़ी ब्याज दरों के कारण लोगों में मांग घटी है। होम लोन मूल रूप से लंबे समय के लिए होते हैं, इसलिए ये लोगों को ज्यादा प्रभावित करते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, युवा ग्राहकों की कर्ज के लिए ज्यादा मांग आ रही है। 43 फीसदी पूछताछ में 18-30 साल की उम्र के लोग हैं। जबकि 2021 की दिसंबर तिमाही में यह आंकड़ा 40 फीसदी और 2020 की दिसंबर तिमाही में यह 36 फीसदी था।
रिपोर्ट के अनुसार, होम लोन मंजूरी की दरों में भी गिरावट आई है। यह घटकर 41 फीसदी रह गई जबकि पर्सनल और क्रेडिट कार्ड की मंजूरी में 21 फीसदी की कमी आई है। बकाया राशि के नजरिए से दिसंबर 2022 में होम लोन बैलेंस में 16 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि क्रेडिट कार्ड में 19 फीसदी और पर्सनल लोन में 33 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
क्रेडिट कार्ड सेगमेंट ने 90 दिनों से अधिक के भुगतान न करने में 0.25 फीसदी की बढ़त आई है जबकि व्यक्तिगत कर्ज के लिए 0.14 फीसदी का सुधार हुआ है। होम लोन में 0.39 फीसदी की बढ़त आई है।