पांच साल पहले पूरा हो जाएगा पेट्रोल में 20 फीसदी इथेनॉल मिलाने का लक्ष्य
मुंबई- तेल मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि 2025 तक 20 फीसदी इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल की आपूर्ति के लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा। यह पहले के 2030 के लक्ष्य की तुलना में पांच साल पहले ही हो जाएगा। फरवरी में 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल एक कार्यक्रम के रूप में पेश किया गया था।
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा, मुझे यकीन है कि हम अगले वित्त वर्ष तक 20 फीसदी इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल की आपूर्ति करने में सक्षम होंगे। उन्होंने जैव ईंधन सम्मेलन में बोलते हुए कहा कि भारत ने 10 फीसदी सम्मिश्रण से विदेशी मुद्रा खर्च में 41,500 करोड़ रुपये की बचत की। साथ ही, किसानों को भी फायदा हुआ। भारत ने निर्धारित समय से पांच महीने पहले जून 2022 में पेट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनॉल का सम्मिश्रण हासिल किया था।
ग्रीन हॉउस गैसों के उत्सर्जन में कटौती के साथ-साथ विदेशी मुद्रा-निकासी और आयात पर निर्भरता के लिए जैव ईंधन के उपयोग को बढ़ाने के लिए ये मिशन बेहद जरूरी है। वर्तमान में, पेट्रोल में 10 फीसदी इथेनॉल मिलाया जाता है। 2025 तक इसे बढ़ाकर दोगुना करने की योजना है।
गन्ने के साथ-साथ टूटे चावल और अन्य कृषि उत्पादों से निकाले गए इथेनॉल के उपयोग से भारत को विदेशी शिपमेंट पर अपनी निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी। भारत फिलहाल अपनी तेल जरूरतों को पूरा करने के लिए 85 फीसदी आयात पर निर्भर है। भारत ने 2021-22 में कच्चे तेल के आयात पर 120.7 अरब डॉलर का खर्च किया था। 2022-23 के पहले 11 माह में इसने 211.6 अरब डॉलर खर्च किया है। पिछले साल नवंबर तक 440 करोड़ लीटर इथेनॉल पेट्रोल में मिलाया गया था। इस साल इसका लक्ष्य 540 करोड़ लीटर का है।