इनोवेशन थीम के फंडों में निवेश से फायदा, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल का नया फंड

मुंबई- इस समय दुनिया भर की कंपनियां अत्याधुनिक इनोवेशन यानी खोजपरख का सहारा लेकर चीजों को बेहतर बना रही हैं। एक निवेशक के रूप में आपके पास इनोवेशन की क्षमता का लाभ उठाने का अवसर है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी में निवेश रणनीति के प्रमुख चिंतन हरिया कहते हैं कि जिस तरह से देश संसाधनों के मामले में तेजी से आत्मनिर्भर बनना चाहते हैं, उसी तरह एक थीम के रूप में इनोवेशन के वैश्विक स्तर पर और घरेलू तौर पर आगे बढ़ने की संभावना है। 5जी तकनीक आ जाने के साथ कई क्षेत्र और उद्योगों को लाभ होगा।  

भारत में पहले से ही इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए एक मजबूत परिवेश भी मौजूद है। एक निवेशक के पास इस थीम पर आधारित फंड की भारत और विदेशों में उत्पाद या सेवा संबंधी इनोवेशन में शामिल कंपनियों तक पहुंच होगी। यह देखते हुए कि इनोवेशन कहीं भी हो सकता है। 

ऐतिहासिक रूप से यह देखा गया है कि नए-नए आविष्कार करने वाली कंपनियां बेहतर प्रदर्शन करती हैं, क्योंकि वे इनोवेशन के माध्यम से ऑर्गेनिक ग्रोथ के मामले में मजबूत बनती हैं, जिससे पैसे बनाने के बेहतर अवसर मिलते हैं। यह इसलिए महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि इनोवेशन का प्रसार काफी तेज गति से हो रहा है। उदाहरण के लिए टेलीफोन को 50 फीसदी की पैठ हासिल करने में 66 साल लगे जबकि स्मार्टफोन को यही उपलब्धि हासिल करने में सिर्फ सात साल लगे। ऐसा अनुमान है कि 2035 तक 5जी से संबंधित सेवाओं में 12 लाख करोड़ डॉलर का निवेश हो सकता है। 

इनोवेशन ने पिछले दशकों की तुलना में तेज गति से पकड़ी है। धीमी गति से चलने वाली लोकोमोटिव ट्रेन से लेकर हाई-स्पीड वंदे भारत तक- यह हमारी आंखों के सामने हुए इनोवेशन हैं। भाप का इंजन, टेलीफोन, ऑटोमोबाइल, बिजली, कंप्यूटर, इंटरनेट, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एनर्जी स्टोरेज, रोबोटिक्स और ब्लॉकचैन, ये सभी पिछले 300 वर्षों में ही इनोवेशन के मील के पत्थर हैं। 

मोटे तौर पर इनोवेशन तीन प्रकार के हो सकते हैं 

1) क्रांतिकारी – इसमें मौजूदा उत्पाद को एकदम नए उत्पाद से बदल दिया जाता है- जैसे कि कैमरों की जगह स्मार्टफोन। 

2) विघटनकारी – इसमें नए किफायती उत्पाद और सेवाएं बड़े ग्राहक आधार को पूरा करते हैं- जैसे कि फ्रिज, वॉशिंग मशीन और एसी 

3) वृद्धिशील – इसमें मौजूदा उत्पाद या सेवाओं के साथ प्रक्रिया को अपग्रेड किया जाता है- जैसे कि सीआरटी से एलईडी तक टीवी का सफर 

इनोवेशन की क्षमता को देखते हुए इसका फायदा उठाने के लिए सही चीजों का चयन करना महत्वपूर्ण है। यहीं पर आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इनोवेशन फंड मददगार हो सकता है। यह फंड प्रोडक्ट या सेवाओं से संबंधित इनोवेशन में शामिल कंपनियों के संपर्क में आएगा। यह बाजार पूंजीकरण से बिल्कुल प्रभावित नहीं होता है और कई संभावनाओं के द्वार खोलता है। क्लाउड कंप्यूटिंग, मनोरंजन, चालक रहित कारों जैसे अवसरों का लाभ उठाने के लिए यह स्कीम अपनी शुद्ध परिसंपत्ति का 20 फीसदी तक अंतरराष्ट्रीय इक्विटी में निवेश कर सकती है। 

वर्तमान में, महामारी के बाद सप्लाई चेन विविधीकरण के महत्व जैसे फैक्टर्स, भू-राजनीतिक चुनौतियों ने निर्भरता को कम करने के लिए इनोवेशन के लिए बेहतर गुंजाइश पैदा की है। साथ ही, जैसा कि देश घरेलू स्तर पर निर्मित उत्पादों के साथ उच्च महंगाई का मुकाबला कर रहा है, ऐसे में इनोवेशन अच्छा कर सकता है। वैश्विक केंद्रीय बैंकों के साथ-साथ आरबीआई ब्याज दर वृद्धि चक्र के अंत की ओर बढ़ रहा है, तो ग्रोथ स्टॉक अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। यह देखते हुए कि इनोवेशन आधारित स्कीम में वृद्धि की ओर झुकाव होगा, यह रणनीति ब्याज दर को सामान्य करने के माहौल में अच्छा प्रदर्शन करती है। 

इनोवेशन फंड एक ओपन एंडेड इक्विटी योजना होता है। यह अपनी परिसंपत्ति का 80 फीसदी तक हिस्सा खोज परख वाली कंपनियों में निवेश कर सकता है। ऐसे में निवेशकों को इन योजनाओं में निवेश से नए दौर की कंपनियों का हिस्सा बनने का मौका मिलेगा।   

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