सोने- चांदी ने इस साल दिया एफडी, बाजार व लघु बचत योजना से ज्यादा रिटर्न 

पहली बार सोना 61,700 और चांदी 77,500 रुपये के पार 

मुंबई- सोना और चांदी में तेजी का रुझान कायम है। बृहस्पतिवार को रिकॉर्ड बनाने के बाद शुक्रवार को दोनों ने फिर नया रिकॉर्ड बनाया। सोना 480 रुपये बढ़कर पहली बार 61,780 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ। चांदी भी 410 रुपये बढ़कर पहली बार 77,580 रुपये पर बंद हुई। 

इससे पहले सोना बढ़त के साथ गुरुवार को 61,280 रुपये पर बंद हुआ था। जबकि चांदी भी तेजी के साथ पहली बार 77,000 के पार बंद हुई थी। विदेशी बाजारों में सोना 2,041 डॉलर प्रति औंस पर और चांदी 25.88 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी। इससे एशियाई बाजारों में दोनों बहुमूल्य धातुएं तेजी में रहीं। कॉमेक्स पर स्पॉट गोल्ड प्राइस 13 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई थीं। 

इस साल जनवरी से लेकर अब तक सोने और चांदी ने निवेशकों को फायदा देने में सारे साधनों को पीछे छोड़ दिया है। बैंक के एफडी, सरकार की लघु बचत योजना के साथ शेयर बाजार से भी ज्यादा फायदा इसने दिया है। 31 दिसंबर को सोना प्रति दस ग्राम 55,210 रुपये पर बंद हुआ था। बृहस्पतिवार को यह 61,780 रुपये पर बंद हुआ। यानी करीब 12 फीसदी का रिटर्न इस दौरान मिला है। 

इस साल सोना प्रति दस ग्राम 6,570 रुपये बढ़ा है। हालांकि, पिछले साल 8 नवंबर को यह 51,201 रुपये पर था। इसी दौरान चांदी भी 11 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दी है। यह 31 दिसंबर को 69,698 रुपये प्रति किलो थी जो बृहस्पतिवार को 77,150 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई। यानी जनवरी से अब तक इसमें 7,882 रुपये की तेजी आई है। 8 नवंबर, 2022 को इसका भाव 61,037 रुपये प्रति किलो था। 

सोना और चांदी सुरक्षित निवेश के लिए जाने जाते हैं। जब भी कोई संकट आता है तब इनकी कीमतें बढ़ जाती हैं। पिछले साल रूस और यूक्रेन युद्ध के बाद से इनकी कीमतों में तेजी आनी शुरू हुई थी। जैसे ही युद्ध कमजोर हुआ, अमेरिका और स्विटजरलैंड में बैंकिंग संकट व मंदी की आहट ने फिर से इनकी मांग बढ़ा दी। केंद्रीय बैंकों की लगातार ब्याज दरों में वृद्धि और महंगाई की ऊंची दर ने भी सोने की कीमतों की तेजी में मदद की। 

विश्लेषकों का मानना है कि इस पूरे साल ब्याज दरों में वृद्धि, मंदी की आशंका और उच्च महंगाई का रुझान बना रहेगा। ऐसे में सोना और चांदी दोनों की कीमतें आगे भी तेजी में ही रहेंगी। इस साल के अंत तक सोना 65,000 रुपये तक और चांदी 85,000 रुपये तक जा सकती है। दोनों बहुमूल्य धातुएं निवेश के लिहाज से बाजार, एफडी और अन्य साधनों को पीछे छोड़ सकती हैं। 

इस साल में सोना और चांदी का रिटर्न 12 फीसदी के करीब जबकि लघु बचत योजनाओं पर ब्याज 8.2 फीसदी तक और एफडी पर वर्तमान ब्याज 9 फीसदी तक मिल रहा है। शेयर बाजार ने एक फीसदी के करीब घाटा दिया है। रूस-यूक्रेन युद्ध से पहले चार जनवरी, 2022 को सोना प्रति दस ग्राम 47,053 रुपये पर था।  

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