चौथी तिमाही में भारतीय कंपनियों की वृद्धि रह सकती है आधा
मुंबई- देश की कंपनियों का राजस्व चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के दौरान आधा रह सकता है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने एक रिपोर्ट में कहा है कि इस दौरान कंपनियों के राजस्व में 10-12 फीसदी की वृद्धि हो सकती है। 2021-22 की जनवरी-मार्च तिमाही में यह वृद्धि 22.8 फीसदी रही थी।
क्रिसिल ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में इन कंपनियों का राजस्व 19-21 फीसदी तक बढ़ सकता है जो 2021-22 के पूरे साल में 27 फीसदी की दर से बढ़ा था। इनके परिचालन मार्जिन में तीन फीसदी की गिरावट आ सकती है। क्रिसिल ने 47 सेक्टर की कुल 300 कंपनियों की रिपोर्ट के आधार पर यह जानकारी दी है।
एजेंसी ने कहा कि कमोडिटी और निर्यात केंद्रित क्षेत्रों जैसे टेक्सटाइल्स, जेम्स एवं जूलरी और सूचना एवं प्रौद्योगिकी वाली सेवाओं के राजस्व में गिरावट आएगी। स्टील उत्पाद के राजस्व में 7-9 फीसदी की कमी आ सकती है क्योंकि पिछले साल इस पर आयात शुल्क लगाया गया था।