ऊर्जा गंगा पाइपलाइन यूपी, बिहार समेत कई राज्यों में, सस्ती मिलेगी गैस
मुंबई- प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा पाइपलाइन का अब और अधिक विस्तार किया जा रहा है। इसे उत्तर प्रदेश के कई शहरों के साथ बिहार, ओड़ीसा, पश्चिम बंगाल और उत्तर पूर्व के अन्य राज्यों तक ले जाया जाएगा। इससे तमाम राज्यों के दूरदराज इलाकों तक लोगों को सस्ती सीएनजी गैस मिल सकेगी। फिलहाल विभिन्न राज्यों के दूरदराज के 20 इलाकों तक 5-7 रुपये सस्ती गैस लोगों को मिल रही है।
परंपरागत रूप से प्राकृतिक गैस बिजली पैदा करने व उर्वरक बनाने जैसे उपयोग के लिए उपलब्ध रसोई गैस केवल देश के पश्चिमी और उत्तरी भागों में उपलब्ध थी, क्योंकि ग्राहकों तक गैस पहुंचाने के लिए इन भागों तक ही पाइपलाइनें थीं। अक्तूबर, 2016 में उत्तर प्रदेश के जगदीशपुर से पश्चिम बंगाल के हल्दिया, झारखंड के बोकारो और ओडीशा के धामरा तक 2,655 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू हुआ था। बाद में इसे बिहार में बरौनी से असम में गुवाहाटी तक बढ़ाया गया था, जिसकी लंबाई 726 किमी थी।
सूत्रों ने बताया कि अब पूर्वी राज्यों बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल को गैस की आपूर्ति करने के लिए तैयार है। प्राकृतिक गैस की कीमतों में कटौती के सरकार के फैसले के बाद इन क्षेत्रों में ग्राहकों को सीएनजी और पाइप वाली रसोई गैस की कीमतों में कमी का लाभ देने में मदद मिली है।
रेटिंग एजेंसी फिच ने बुधवार को कहा, हम सिटी गैस वितरकों द्वारा कीमतों में कटौती की उम्मीद करते हैं। पारंपरिक क्षेत्रों से घरेलू प्राकृतिक गैस की कीमतों को 4-6.5 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (एमएमबीटीयू) के बीच सीमित करने के सरकार के फैसले से सिटी गैस वितरकों को मार्जिन में मदद मिलेगी। इससे गैस के उपयोग को प्रोत्साहन मिलेगा।