आईटी उद्योग के राजस्व में 8 फीसदी तक की आ सकती है गिरावट
नई दिल्ली। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने कहा है कि वैश्विक मैक्रोइकॉमिक और वित्तीय क्षेत्र में अस्थिरता से घरेलू सूचना एवं प्रौद्योगिकी कंपनियों की राजस्व वृद्धि पर गहरा असर पड़ सकता है। वित्त वर्ष 2024 में इसकी वृद्धि 10-12 फीसदी रह सकती है।
क्रिसिल ने शुक्रवार को एक रिपोर्ट में कहा कि 10 लाख करोड़ रुपये वाले इस उद्योग की विकास दर वित्त वर्ष 2023 में 20 फीसदी की रही थी। लेकिन प्रमुख बाजारों, विशेष रूप से अमेरिका और यूरोप में बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा (बीएफएसआई) में घरेलू आईटी सेवा कंपनियों के राजस्व वृद्धि को प्रभावित करेगा।
सिलिकॉन वैली बैंक के पतन के बाद बीएफएसआई क्षेत्र तनाव से गुजर रहा है। इससे इसके राजस्व वृद्धि में इसका असर दिखेगा। मैन्युफैक्चरिंग सेगमेंट में 12-14 फीसदी की विकास दर और ग्रोथ और अन्य सेगमेंट में 9-11 फीसदी की वृद्धि दर रह सकती है।
क्रिसिल ने 17 कंपनियों के आंकड़ों के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है। यह कंपनियां 10.2 लाख करोड़ के उद्योग में 71 फीसदी का हिस्सा रखती हैं। पिछला दो वित्त वर्ष इस क्षेत्र के लिए बेहतर रहा है जिसमें इनके राजस्व में 19 फीसदी की वृद्धि दिखी है। बीएफएसआई इस क्षेत्र के कुल राजस्व में 30 फीसदी का हिस्सा रखता है। खुदरा और कंज्यूमर का हिस्सा 15 फीसदी है।