जीडीपी की तुलना में निवेश 12 और बचत 6 फीसदी घटी,कौशिक बसु का दावा
नई दिल्ली। देश में जीडीपी के अनुपात में निवेश और बचत दोनों में पिछले 11 सालों में तेज गिरावट आई है। वित्त वर्ष 2011 में निवेश जहां 39.8 फीसदी था वहीं 2022 में यह 12 फीसदी गिरकर 31.4 फीसदी पर आ गया है। इसी दौरान सकल बचत भी 36.9 फीसदी से घटकर 30.2 फीसदी पर आ गई है।
पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) कौशिक बसु ने बुधवार को ट्वीटर पर कहा कि सरकारी आंकड़े दिखाते हैं कि वित्त वर्ष 2022 में निवेश में कुछ रिकवरी दिखी है। यह सही भी है। लेकिन कुछ आंकड़े दिखाते हैं कि इसी दौरान जीडीपी के अनुपात में निवेश और बचत में भारी गिरावट आई है। इससे रोजगार के निर्माण और लंबे समय में विकास पर बुरा असर होगा। हम नौकरशाह हैं, इसलिए हमें यह महसूस हो रहा है। इसलिए नीति निर्मााताओं को इस पर सही फैसला लेना होगा।
कौशिक बसु के आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2011 में जीडीपी के अनुपात में निवेश की दर 39.8 फीसदी थी जबकि बचत 36.9 फीसदी थी। 2012 में यह घटकर 39 और 34.6 फीसदी जबकि 2013 में 38.7 और 33.9 फीसदी हो गई। 2014 में यह और गिरकर 33.8 तथा 32.1 फीसदी पर आ गई। उसके बाद से निवेश की दर 34 फीसदी से नीचे और बचत की दर 33 फीसदी से नीचे रही।
आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 20215 में निवेश की दर 33.5 फीसदी और बचत की दर 32.2 फीसदी, 2016 में 32.1 फीसदी और 31.1 फीसदी जबकि 2017 में यह 32 फीसदी और 31.3 फीसदी पर चली गई।