क्रेडिट सुइस यूं ही नहीं डूबा, 165 साल पुराने बैंक को अपनी ही गलती ने डुबाई
मुंबई- दुनिया के बड़े बैंकों में शामिल क्रेडिट सुइस बैंक बैंक बिकने जा रहा है। 165 साल पुराने बैंक की गलती उसपर भारी पड़ी है। गलती भी ऐसी की बैंक अपने ‘दुश्मन’ के हाथों बिकने के कगार पर पहुंच गई है। स्विस नेशनल हैंक की ओर से उसे 54 अरब डॉलर का लोन भी दिया गया, लेकिन वो भी उसकी मुसीबत को कम नहीं कर सका और अब हालत ऐसी है कि स्विटजरलैंड का प्रमुख बैंक क्रेडिट स्विस को उसका प्रतिद्विंदी USB बैंक 3.2 अरब डॉलर में खरीदने जा रहा है।
दूसरों को रेटिंग देना वाला क्रेडिट सुइस खुद मुश्किल दौर से गुजर रहा है। बैंक की हालात ऐसी है कि वो अपने वैल्यूएशन से कम में बिकने को मजबूर है। यूबीएस ने क्रेडिट सुइस को खरीदने के लिए 3.23 अरब डॉलर की खर्च करने का ऐलान किया है। ऐसे में ये जानना भी जरूरी है कि आखिर क्रेडिट सुइस की वो कौन सी गलती है, जिसने उसे अपने प्रतिद्वंदी के हाथों बिकने पर मजबूर कर दिया।
बीते 10 दिनों में दुनिया के 3 बड़े बैंक डूब गए है। बॉन्ड्स की कीमत में भारी गिरावट के बाद ये बैंक दिवालिया हो गए। सिलिकॉन वैली बैंक, सिग्नेचर बैंक और अब क्रेडिट सुइस के साथ भी यही हुआ है। क्रेडिट सुइस इस हालत में क्यों पहुंचा इसकी वजह देखें तो बैंक खुद इसके लिए जिम्मेदार है। बैंक ने बॉन्ड में काफी पैसे निवेश कर दिए, जिसके कारण उसके पास पैसों की दिक्कत हो गई। बॉन्ड्स की वैल्यू गिरने से बैंक को तगड़ा नुकसान हुआ। बैंक की कमाई लोगों के पैसों से होती है।
बैंक ग्राहकों से कम ब्याज पर पैसे लेकर उसे अधिक ब्याज पर लोन के तौर पर देते हैं। इसी मॉडल पर बैंक काम करते हैं। लेकिन क्रेडिट सुइस ने गलती की उन्होंने ग्राहकों का पैसा लंबी अवधि के लिए बॉन्ड्स में निवेश कर दिया। वहीं बैंक की दूसरी गलती थी कि उसने इसकी हेजिंग नहीं की। हेजिंग ना होने की वजह से रिस्क को मैनेज करना मुश्किल हो गया। बैंक का नुकसान बढ़ा और बैंक दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गई है।
क्रेडिट सुइस बैंक को उसकी लंबे समय से प्रतिद्वंदी बैंक यूएसबी बैंक खरीदने जा रही है। पिछले कई तिमाही से क्रेडिट सुइस घाटे में थी। जब बैंक के चेयरमैन एक्सेल लीमैन से बैंक के मर्जर पर सवाल पूछा गया था उन्होंने साफ-साफ इंकार कर दिया था। अब जब कि बैंक को लगा कि रेगुलेटर्स कभी भी उनके दरवाजे पर पहुंच सकते हैं और बैंक को बंद करने का आदेश जारी किया जा सकता है को रातों-रात क्रेडिट सुइस ने USB बैंक के हाथों बिकने का फैसला कर लिया। हालांकि इस ऐलान के बाद सोमवार को यूबीएस समूह के शेयरों और बॉन्डों में बड़ी गिरवट दर्ज की गई।