दिल्ली, एनसीआर सहित उत्तरी भारत में पत्थर के साथ बारिश, भारी नुकसान 

मुंबई- शनिवार को दिल्ली, एनसीआर सहित उत्तरी भारत में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि हुई। सुबह से शुरू हुई बारिश देर रात तक होतीरही। पिछले कुछ दिनों से देश के कई हिस्सों में कई राज्यों में तेज आंधी के साथ हो रही बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दी है लेकिन किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।  

बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि के कारण फसलों और सब्जियों को भारी नुकसान पहुंचा है। इससे आने वाले दिनों में खासकर सब्जियों की कीमत में काफी तेजी आ सकती है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और पंजाब के भी कई जिलों में सरसों और गेहूं की फसल को काफी नुकसान हुआ है। उत्तर प्रदेश में साथ ही आलू और लौकी की फसल को भी नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। तेलंगाना में मक्का, चना, पपीता और आम की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। बिहार में भी बेमौसम बरसात से गेहूं और लीची की फसल प्रभावित हुई है। 

देश में इस साल जनवरी में गेहूं की कीमत रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी। इसे काबू में करने के लिए सरकार ने 50 लाख टन गेहूं खुले बाजार में उतारने का फैसला किया था। समय से पहले तापमान बढ़ने से गेहूं किसान पहले ही चिंता में थे और अब बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी है। दिल्ली और आसपास के इलाकों में शनिवार को कई इलाकों में भारी बारिश के साथ ओले भी पड़े। यूपी और हरियाणा के कई जिलों में बारिश के कारण फसलों को नुकसान पहुंचा है। देश के कई इलाकों में गुरुवार और शुक्रवार को भारी बारिश हुई थी। इससे गेहूं, मक्का, दलहन और सब्जी की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। आम और लीची के बौर भी गिरे हैं। 

जानकारों का कहना है कि अगर मौसम का मिजाज अगले कुछ दिनों तक ऐसे ही बना रहता है तो इससे किसानों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। कई इलाकों में गेहूं की फसल पककर तैयार खड़ी है और बेमौसम हो रही बरसात और ओला गिरने से फसल खराब भी हो सकती है। पंजाब मे अमृतसर और तरनतारन जिलों के कई गांवों में गुरुवार रात को तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई। इससे गेहूं की खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा है। इसी तरह मध्य प्रदेश में इंदौर और मालवा-निमाड़ के जिलों में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हुई। उत्तर प्रदेश में किसान अभी सरसों की कटाई और आलू की खुदाई कर रहे हैं। बेमौसम बरसात से खेतों पर खुदे पड़े आलू के ढेर को तिरपाल से ढक रहे हैं। 

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