पहले सेमीकंडक्टर संयंत्र की घोषणा कुछ सप्ताह में, 10अरब डॉलर होगा मोबाइल फोन निर्यात
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को कहा कि पहले सेमीकंडक्टर संयंत्र की घोषणा कुछ सप्ताह में हो जाएगी। विनिर्माण परिवेश को बढ़ाने के लिए समर्थ नीतियों और सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता के दम पर देश अगले तीन-चार साल में एक जीवंत चिप उद्योग के लिए तैयार है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री वैष्णव ने सीआईआई के एक कार्यक्रम में कहा कि सेमीकंडक्टर भारत में एक नया उद्योग है, जो रातोंरात नहीं आ सकता है। इसके लिए निरंतर प्रयास और हितधारकों के साथ भारी जुड़ाव की आवश्यकता है। भारत में कई अन्य हितधारक और सेमीकंडक्टर प्रतिभागी जिस तरह की दिलचस्पी दिखा रहे हैं, वह उद्योग और सरकार दोनों स्तरों पर काम कर रहा है। हमारा मानना है कि हमें अगले तीन से चार वर्षों में एक जीवंत सेमीकंडक्टर उद्योग दिखाई दे सकता है।
वैष्णव ने सीआईआई के एक कार्यक्रम में कहा कि आज भारत में उपयोग होने वाले 99 फीसदी मोबाइल फोन यहीं बनते हैं। यह 10 साल पहले की स्थिति के विपरीत है। उस समय 99 फीसदी फोन आयात होते थे। अब परिवेश भारत के पक्ष में हो रहा है। मोबाइल फोन विनिर्माण के क्षेत्र में भारत दूसरे स्थान पर है जबकि निर्यात करने के मामले में तीसरे स्थान पर है।
वैष्णव ने कहा कि इस साल मोबाइल फोन निर्यात 9.5-10 अरब डॉलर के आंकड़े पर पहुंचने की उम्मीद है। आपूर्ति पक्ष को बढ़ावा देने के लिए केंद्र द्वारा प्रमुख पहल की गई हैं। सरकार सेमीकंडक्टर उद्योग को बनाने और बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। वर्तमान में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण देश में लगभग 87 बिलियन डॉलर का उद्योग है। भारत फोन निर्माण के मामले में दूसरे स्थान पर जबकि निर्यात के मामले में तीसरे स्थान पर है।