4 दिन में सेंसेक्स में 2,100 अंकों की गिरावट, मार्केट कैप 7.68 लाख करोड़ घटा
मुंबई- अदाणी समूह के संकट से उबर रहे भारतीय शेयर बाजार पर अब अमेरिका में सिलिकॉन वैली और सिग्नेचर बैंक के डूबने का जबरदस्त असर दिख रहा है। सोमवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 897.28 या 1.52 फीसदी टूटकर 58,237.85 पर बंद हुआ। यह 17 अक्तूबर को बंद हुए 58,410 के बाद का निचला स्तर है।
उधर, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 258.60 अंक गिरकर 17,154.30 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से केवल टेक महिंद्रा में बढ़त रही, जबकि बाकी 29 में गिरावट रही। सेंसेक्स 59,033 पर खुला था और 59,510 का उच्च स्तर जबकि 58.094 का निचला स्तर बनाया था। दिन भर में इसमें 1,200 अंकों का उतार-चढ़ाव देखा गया।
बाजार में बैंकिंग शेयरों की जमकर पिटाई हुई। सेंसेक्स के 3,757 शेयरों में कारोबार हुआ। इसमें से 695 बढ़त में रहे और 2,915 गिरावट में रहे। सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 4.38 लाख करोड़ रुपये घटकर 258.56 लाख करोड़ रुपये रही। उधर, एनएसई 17,421 पर खुला था और 17,529 का उच्च स्तर तथा 17,113 का निचला स्तर बनाया था। इसके 50 में से 4 शेयर बढ़त में और 45 गिरावट में रहे।
बीएसई में शीर्ष पांच गिरने वाले शेयर, इंडसइंड बैंक 7.46 फीसदी, एसबीआई 3.21 फीसदी, टाटा मोटर्स 3.06 फीसदी, महिंद्रा एंड महिंद्रा 2.57 फीसदी और इन्फोसिस 2.48 फीसदी गिरकर बंद हुआ। निफ्टी में सर्वाधिक गिरावट वाले इंडेक्स में फाइनेंशियल 1.63 फीसदी, बैंक 2.27 फीसदी, मिडकैप सिलेक्ट 1.97 फीसदी और नेक्स्ट 50 1.28 फीसदी गिरा।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा कि अमेरिकी बैंकों के डूबने की घटना कुछ स्टार्ट अप, वीसी और कुछ सीमित बैंकों को प्रभावित कर सकती है। निकट अवधि में भी निवेशकों और बैंकिंग ग्राहकों में घबराहट पैदा कर सकता है। एसवीबी संकट के मद्देनजर ब्याज दरों के बढ़ने की आशंका कम है। लेकिन निवेशकों की नजर महंगाई सहित अन्य आंकड़ों पर है।