आरबीआई का दावा- इस साल मिल सकती है लोगों को ज्यादा महंगाई से राहत
मुंबई- लगातार बढ़ रही महंगाई के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की सदस्य आशिमा गोयल ने रविवार को कहा कि इस साल महंगाई में कमी आने की उम्मीद है। सरकार लगातार अपूर्ति श्रृखंला को ठीक करने के लिए कदम उठा रही है। इस कारण देश में कीमतें अन्य देशों के मुकाबले धीमी गति से बढेंगी। साथ ही आपूर्ति श्रृखंला को ठीक करने के लिए उठाए गए कदमों के कारण दूसरे देशों की तुलना में कीमतों में वृद्धि की दर को कम रखा है।
गोयल ने कहा कि भारत ने पिछले तीन वर्षों में काफी लचीलापन दिखाते हुए चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया है। भारत पिछले तीन सालों में काफी सारे झटकों से सफलतापूर्वक उबरा है। उम्मीद की जा रही है कि इस साल महंगाई दर में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान नीतिगत दरों में भारी कटौती की गई थी, इसलिए जब अर्थव्यवस्था पटरी पर आई तो फिर से उन्हें बढ़ाना पड़ा।
आशिमा गोयल ने कहा, वास्तविक सकारात्मक दर बनाए रखने के लिए महंगाई के साथ सांकेतिक नीतिगत दरें बढ़ती हैं। इससे मांग और तेजी से नहीं बढ़ती है और महंगाई की दर भी कम होती है। नीतिगत दरों में बदलावों के कारण आज भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया के मुकाबले तेजी से विकास कर रही है। हालांकि, वैश्विक मंदी की आंशका के कारण विनिर्माण और निर्यात प्रभावित हो सकता है।
मार्च के पहले हफ्ते में आरबीआई की ओर से जारी की गई मौद्रिक नीति में चालू वित्त वर्ष के लिए महंगाई दर के अनुमान को 6.7 फीसदी से घटाकर 6.5 फीसदी कर दिया गया था। जनवरी में खुदरा महंगाई दर 6.52 फीसदी थी। पिछले साल मई से इस साल फरवरी तक आरबीआई ने दरों में 2.5 फीसदी की बढ़त की थी।