एसवीबी के दिवालिया होने से एक लाख से अधिक लोगों की नौकरी पर खतरा 

मुंबई- टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स में निवेश करने वाले अमेरिकन कंपनी वाई कॉम्बिनेटर के मुखिया गैरी टैन ने सिलिकॉन वैली बैंक (SVB) के दिवालिया होने पर बड़ा दावा किया है। उन्होंने अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी जेनेट येलेन और अन्य प्रशासकों को एक चिट्ठी लिखकर अनुमान लगाया है कि बैंक के दिवालिया होने के चलते एक लाख से अधिक लोगों के रोजगार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। साथ ही 10,000 से अधिक स्टार्टअप्स पर इसका बुरा असर पड़ सकता है।  

बता दें कि वाई कॉम्बिनेटर ने भारत से कम से कम 200 स्टार्टटअप्स में निवेश किया है। 56,000 से अधिक कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले 1,200 से अधिक सीईओ और संस्थापकों ने स्टार्टअप्स और सैकड़ों-हजारों नौकरियों को बचाने के लिए वाई कॉम्बीनेटर के सीईओ और अध्यक्ष गैरी टैन द्वारा लिखी गई चिट्ठी पर हस्ताक्षर किए हैं। 

नेशनल वेंचर कैपिटल एसोसिएशन (NVCA) के आंकड़ों के अनुसार, सिलिकॉन वैली बैंक में 37,000 से अधिक छोटे बिजनेसेस के खाते हैं और इनमें 2,50,000 डॉलर से अधिक रकम जमा है। चिट्ठी में लिखा है कि बैंक के दिवालिया होने के बाद ये शेष राशि अब उनके लिए लंबे समय तक उपलब्ध नहीं रहने की आशंका जताई जा रही है।  

वाई कॉम्बिनेटर समुदाय के एक-तिहाई स्टार्टअप्स जिनका SVB में एक्सपोजर हैं, वे अपना खाता केवल इसी बैंक में रखते थे। पैसा नहीं निकाल पाने के कारण इनके सामने वेतन देने का संकट खड़ा हो जाएगा, जिससे 10000 से अधिक छोटे व्यवसाय और स्टार्टअप्स प्रभावित होंगे। अगर एक छोटा स्टार्टअप 10 लोगों को भी रोजगार देता है, तो 10 हजार के हिसाब से सीधे-सीधे एक लाख लोगों के रोजगार पर संकट है। 

अमेरिका की वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने रविवार को कहा कि सरकार सिलिकन वैली बैंक को कोई राहत नहीं देगी। उन्होंने हालांकि कहा कि सरकार अपने धन को लेकर चिंतित जमाकर्ताओं की मदद करने के लिए प्रयासरत है। फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन 2,50,000 डालर तक की जमा राशि का बीमा करता है, लेकिन कई कंपनियों और धनी लोगों के बैंक खातों में इससे ज्यादा राशि है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि देशभर में कुछ कर्मियों को उनका वेतन नहीं मिलेगा।  

येलेन ने जोर देकर कहा कि स्थिति लगभग 15 साल पहले के वित्तीय संकट से बहुत अलग है, जब उद्योग को बचाने के लिए बैंक को राहत दी गई थी। उन्होंने कहा, ‘अमेरिकी बैंकिंग प्रणाली वास्तव में बहुत सुरक्षित और अच्छी तरह पूंजीकृत है। यह लचीली है।’ 

SVB के पतन के बाद भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम की चिंताएं बढ़ गई हैं। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने रविवार को कहा कि वह स्टार्टअप के संस्थापकों और सीईओ के साथ अगले सप्ताह बैठक करेंगे, ताकि यह देखा जा सके कि संकट के समय सरकार उनकी क्या मदद कर सकती है। चंद्रशेखर ने कहा कि SVB का बंद होना निश्चित ही दुनियाभर के स्टार्टअप्स के लिए परेशानी पैदा करने वाला होगा। 

SVB संकट के बीच मुंबई स्थित 116 साल पुरानी SVC बैंक के ग्राहक परेशान हो उठे। SVC बैंक, जिसे पहले शामराव विठ्ठल कोऑपरेटिव बैंक के नाम से जाना जाता था, में ग्राहक अपनी जमा राशि की स्थिति और उसकी सुरक्षा के बारे में जानने पहुंचे। अपने ग्राहकों की आशंकाओं को दूर करने की उम्मीद में, SVC बैंक ने बयान जारी कर स्पष्ट किया कि उसका अमेरिका के SVB से कोई संबंध नहीं है। 

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