बैंकों का एनपीए पहुंच सकता है 10 साल के निचले स्तर पर
नई दिल्ली। भारतीय बैंकों का सकल बुरा फंसा कर्ज यानी एनपीए 31 मार्च, 2024 तक एक दशक के निचले स्तर पर पहुंच सकता है। यह 0.90 फीसदी कम होकर पांच फीसदी से भी नीचे जा सकता है।
एसोचैम और क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार 31 मार्च, 2018 में इसका स्तर 16 फीसदी तक पहुंच चुका था जो कि अब आगे जाकर कम होगा। हालांकि, लघु एवं मध्यम उद्योगों में यह मार्च, 2024 तक 10-11 फीसदी तक बढ़ सकता है। 31 मार्च, 2022 तक इसके 9.3 फीसदी रहने का अनुमान है।