लेंसकार्ट में एडीआईए 4,000 करोड़ में ले सकती है हिस्सा,4 अरब डॉलर वैल्यूएशन
मुंबई- अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी यानी ADIA लेंसकार्ट में हिस्सेदारी लेने जा रही है है। रिपोर्ट के अनुसार सॉवरेन वेल्थ फंड मौजूदा लेंसकार्ट शेयरों और नई इक्विटी के मिक्सचर को खरीदने के लिए करीब 4 हजार करोड़ रुपए में एग्रीमेंट फाइनल कर रहा है। इस डील के बाद लेंसकार्ट का वैल्यूएशन 4 बिलियन डॉलर के पार पहुंच जाएगा।
लेंसकार्ट में केकेआर एंड कंपनी, सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प, टेमासेक होल्डिंग्स पीटीई और प्रेमजीइन्वेस्ट जैसे इन्वेस्टर्स की भी हिस्सेदारी है। पीयूष बंसल ने अमित चौधरी के साथ 2010 में लेंसकार्ट की शुरुआत की थी। लेंसकार्ट आईवियर ग्लैसेज और लेंस लीवरेजिंग टेक्नोलॉजी बेचता है। बंसल 48 महीनों के भीतर इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO लाने की भी योजना बना रहे हैं।
पियूष अमेरिका की टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट में काम करते थे। कुछ नया करने के लिए वह साल 2007 में भारत वापस आ गए। उनके इस फैसले से उनके पैरेंट्स बहुत परेशान हुए, लेकिन पियूष ने अपने पसंद के काम की खोज जारी रखी। उन्होंने सबसे पहले सर्च पोर्टल माय कैंपस डॉट कॉम की शुरूआत की। इस वेबसाइट पर स्टूडेंट्स को लिए अकोमॉडेशन्स, बुक्स, कारपूल सर्विसेस और पार्टटाइम जॉब्स के बारे में जानकारी मिलती थी।
ऑनलाइन बिजनेसेज की सफलता को देखते हुए उन्होंने एक साथ कई प्रयोग करने का फैसला लिया और लेंसकार्ट डॉट कॉम, जूलरी डॉट काम, वॉचकार्ट डॉट कॉम, बैग्स डॉट कॉम जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स की शुरूआत की। थोड़े समय बाद इन सभी प्लेटफॉर्म्स पर कस्टमर्स के फीडबैक्स के आधार पर उन्होंने लेंसकार्ट डॉट कॉम पर अधिक ध्यान देना शुरू किया।
आज भारत के सभी मुख्य शहरों में लेंसकार्ट के ऑफलाइन स्टोर्स हैं। पियूष का मानना है कि यदि आप एक आंत्रप्रेन्योर हैं तो आपकी लाइफ में संघर्ष तो होगा, लेकिन यह आप पर निर्भर करेगा कि आप किस हद तक आगे बढ़ना चाहते हैं और आपके लिए टॉप पर पहुंचना कितना जरूरी है। यंग आंत्रप्रेन्योर्स को पियूष यह सलाह देते हैं कि वे पहले ही दिन से खुद को बॉस न समझें।