बिना वेतन के अर्थव्यवस्था में 22.7 लाख करोड़ योगदान कर रही हैं महिलाएं
मुंबई- देश की अर्थव्यवस्था में महिलाएं 22.7 लाख करोड़ रुपये का योगदान करती हैं। हालांकि, इनको किसी भी तरह का वेतन नहीं मिलता है। पर ये घर का जितना काम करती हैं, अगर उसे एक नौकरीपेशा के रूप में मान लिया जाए तो यह आंकड़ा आता है। एसबीआई की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
रिपोर्ट के अनुसार, इस 22.7 लाख करोड़ रुपये में से गांवों की महिलाएं 14.7 लाख करोड़ और शहरों की महिलाएं 8 लाख करोड़ रुपये का योगदान करती हैं। हालांकि, दोनों महिलाएं हर दिन करीबन 7.2-7.2 घंटे काम करती हैं। गांवों में 18-60 साल की उम्र की कुल 28.7 करोड़ महिलाएं और शहरों में 13.2 करोड़ महिलाएं काम करती हैं। इसमें से गांवों में 1.4 करोड़ महिलाएं और शहरों में 4 करोड़ महिलाएं वेतन पर काम करती हैं। जबकि 27.3 करोड़ और 9.3 करोड़ महिलाएं घरों में बिना वेतन के काम करती हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर यह मान लिया जाए कि गांवों में महिलाओं के काम का मासिक वेतन 5,000 और शहरों में 8,000 रुपये है तो इस आधार पर ग्रामीण महिलाओं को रोजाना 21 और शहरी महिलाओं को 33 रुपये प्रति घंटे वेतन मिल रहा है। इस तरह से ये महिलाएं देश की अर्थव्यवस्था में कुल 22.7 लाख करोड़ रुपये का योगदान कर रही हैं यानी कुल जीडीपी में यह 7.5 फीसदी का योगदान है।