मुकेश अंबानी नए कारोबार में आजमाएंगे हाथ, सस्ते में होगी बीमारी की जांच 

मुंबई- रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी अब एक नए बिजनेस में अपना हाथ आजमाने जा रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुकेश अंबानी जेनेटिक मैपिंग के काम में उतरने वाले हैं। जेनेटिक मैपिंग कुछ डिजीज और कैंसर जैसी बीमारियों के लिए यूजर्स की प्रवृत्ति का पता करने में उपयोगी हो सकता है। इसके अलावा यह न्यूरो-डिजनरेटिव बीमारियों और कार्डियेक रिस्क समेत अन्य कई बीमारियों में भी लाभदायक साबित होगा। 

अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज स्ट्रैंड लाइफ साइंसेज द्वारा विकसित 12,000 रुपए का व्यापक जीनोम सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करेगी। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, स्ट्रैंड के CEO रमेश हरिहरन ने कहा कि 145 डॉलर (11,970.26 रुपए) में जीनोम टेस्ट स्थानीय स्तर पर उपलब्ध अन्य पेशकशों की तुलना में लगभग 86% सस्ता है। 

रमेश हरिहरन ने कहा कि यह दुनिया का सबसे सस्ता ऐसा जीनोमिक प्रोफाइल होगा। उनका मानना है कि कम कीमत की वजह से लोग इससे अपनाने के लिए अट्रेक्ट होंगे। उन्होंने कहा कि स्ट्रैंड टेस्ट के रिजल्ट्स की व्याख्या में लेटेस्ट साइंटिफिक रिसर्च को शामिल करेगा। टेस्टिंग बायोलॉजिकल डेटा के भंडार के निर्माण की भी अनुमति देगा, जो दवाओं के विकास में सहायता कर सकता है। 

अमेरिका की 23andMe जैसी कंपनियां 99 डॉलर (8,172.80 रुपए) में एंसेस्ट्री रिपोर्ट्स बनाती हैं। लेकिन हेल्थ प्लस एंसेस्ट्री रिपोर्ट्स की लागत 119 डॉलर (9,823.87 रुपए) है। MapmyGenome और Medgenome जैसी भारतीय कंपनियों की ओर से हेल्थ रेड फ्लैग्स के लिए फुल जीनोम सिक्वेंसिंग की लागत 1,000 डॉलर (82,549.70 रुपए) से ज्यादा है। ऐसी चीनी फर्में हैं, जो सस्ते दामों पर रिपोर्ट पेश करती हैं, लेकिन टेस्ट की पूरी रेंज शामिल नहीं करती हैं। 

रिलायंस का प्लानिंग आने वाले हफ्तों में MyJio ऐप पर बड़े स्तर पर टेस्ट की मार्केटिंग करने की है। यूएस में कंज्यूमर्स की रुचि किसी के एंसेस्ट्री या विशेषताओं जैसे कि एथलेटिसिस्म, हेयर टेक्सचर, मोटापे की प्रवृत्ति का पता लगाने के आसपास है। इसका लॉन्ग-टर्म बिजनेस मॉडल प्रिवेंटिव हेल्थ केयर के इर्द-गिर्द घूमता है। भारत ने अभी तक जेनेटिक टेस्ट्स के लिए रेगुलेटरी स्टैंडर्ड्स निर्धारित नहीं किए हैं। 

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