मूडीज ने बढ़ाया अनुमान, कहा 5.5 फीसदी रह सकती है विकास दर
मुंबई- मूडीज की निवेशक सेवा ने बुधवार को देश की आर्थिक विकास दर के अनुमान को बढ़ा दिया है। इसने कहा, वित्त वर्ष 2023 में जीडीपी वृद्धि 5.5 फीसदी रह सकती है जो पहले 4.8 फीसदी का अनुमान था।
मूडीज ने कहा, पूंजीगत खर्च में तेजी से देश की विकास दर में बढ़त होगी। केंद्र सरकार ने अगले वित्त वर्ष के बजट में 10 लाख करोड़ रुपये के खर्च का लक्ष्य रखा है। यह जीडीपी का 3.3 फीसदी होगा। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपने बुलेटिन में कहा कि अगर इस पर अमल किया जाता है तो देश की वास्तविक जीडीपी की वृद्धि दर अगले वित्त वर्ष में सात फीसदी रह सकती है।
केंद्रीय बजट 2023-24 में पूंजीगत खर्च पर जोर देने से निजी निवेश के बढ़ने, रोजगार सृजन, मांग को मजबूत करने और भारत की संभावित वृद्धि के बढ़ने की उम्मीद है। मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, स्वस्थ घरेलू बैलेंस शीट और निजी और सार्वजनिक खर्च में तेजी से रोजगार पैदा होगा और इससे आने वाली तिमाहियों में खपत वृद्धि को मजबूती मिलेगी।
मूडीज ने, हालांकि, 2022 के लिए भारत के विकास अनुमान को घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया जो पिछले साल नवंबर में सात फीसदी का अनुमान था। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 4.4 फीसदी रही है।