अब एडवाइजर, फंड मैनेजर जैसे 61 शब्दों का उपयोग नहीं कर पाएंगे ट्रेडर्स
नई दिल्ली। शेयर बाजार में निवेश इत्यादि से जुड़ी सलाह के लिए अब एडवाइजर, कैपिटल मैनेजर और फंड मैनेजर जैसे 61 शब्दों का उपयोग ट्रेडर्स नहीं कर पाएंगे। बृहस्पतिवार को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने ट्रेडर्स को इन शब्दों का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दिया है। एक्सचेंज के मुताबिक, इन शब्दों के इस्तेमाल से निवेशकों के बीच गलत धारणा बनती है। यह फैसला निवेशकों को गुमराह होने से बचाने के लिए लिया गया है।
एनएसई का मानना है कि ट्रेडिंग सदस्य या अधिकृत लोग उपरोक्त 61 शब्दों का इस्तेमाल करते हैं तो निवेशक इससे गुमराह होते हैं। हालांकि, उन्हें सिर्फ ब्रोकिंग सेवाओं की मंजूरी मिली है। एक्सचेंज का यह भी कहना है कि अगर सेबी या अन्य किसी नियामक से वे 61 शब्दों से जुड़ी सेवाओं के लिए पंजीकरण करा लेते हैं तो वे इसका इस्तेमाल कर सकेंगे। इसे कंपनी पंजीयक (आरओसी) के साथ 31 मार्च तक पंजीकरण कराना होगा।
सर्कुलर में कहा गया है, ट्रेडिंग सदस्य /अधिकृत लोगों को सिर्फ संस्थान के पंजीकरण के हिसाब से अपना टाइटल पेश करना चाहिए। किसी भी तरीके से रौब जमाने के लिए ऐसे शब्द नहीं इस्तेमाल करने चाहिए, जिसके लिए वे पंजीकृत नहीं हैं। एनएसई ने कहा कि इस फैसले के पीछे का कारण निवेशकों को भ्रमित होने से रोकना है। उसने ट्रेडर्स से इन निर्देशों का पालन करने को कहा है।
इन 61 शब्दों में एडवाजर, एडवाइजरी सर्विसेस, एसेट, एसेट एडवाइजरी, एसेट डिस्ट्रीब्यूशन, एसेट मैनेजमेंट, एसेट मैनेजर, एसेट सर्विसेस, एसेट कंसल्टेंट, कैपिटल एडवाइजर, कैपिटल मैनेजमेंट, कैपिटल सर्विसेस, कॉरपोरेट एडवाइजरी, फाइनेंशियल प्लानर, फाइनेंशियल प्लानिंग, फंड एडवाइजर, एडवाइजर, फंडमार्ट, स्वतंत्र वित्तीय सलाहकार, इन्वेस्टमेंट, इन्वेस्टमेंट एडवाइजर, इन्वेस्टमेंट कंसल्टिंग सहित अन्य शब्द हैं।
एनएसई को सोशल स्टॉक एक्सचेंज (एसएसई) के लिए सेबी से अंतिम मंजूरी मिल गई है। सोशल स्टॉक एक्सचेंज सेगमेंट सामाजिक उद्यमों को सामाजिक पहलों के फाइनेंस के लिए नया अवसर प्रदान करेगा। उन्हें सामाजिक उद्यमों द्वारा धन जुटाने में मदद मिलेगी। एनएसई के एमडी और सीईओ आशीष कुमार चौहान ने कहा, जागरूकता लाने के लिए हम विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं।