सभी को 2047 तक बीमा देने की होगी जरूरत, ज्यादा उत्पाद, वितरक चाहिए
मुंबई- भारत में बीमा का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन अभी भी बीमा जागरुकता अपर्याप्त है। बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडाई) का कहना है कि साल 2047 तक सभी व्यक्ति को बीमा कवरेज देने के लिए कई काम करने होंगे। इनमें ज्यादा संख्या में बीमा कंपनी, उत्पाद की व्यापक श्रृंखला और अधिक वितरकों की आवश्यकता है।
बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) के चेयरमैन देवाशीष पांडा ने मंगलवार को एक सम्मेलन में कहा कि बीमा क्षेत्र को दो दशक पहले निजी कंपनियों के लिए खोला गया था। अब इसका बाजार बहुत बड़ा हो गया है। लेकिन अभी भी इसमें तेज वृद्धि की बहुत अधिक गुंजाइश है। उनका कहना है कि जब तक बीमा कंपनियों की संख्या नहीं बढ़ेगी तो बाजार कैसे तेजी से बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में इस क्षेत्र में हर साल 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। तब भी साल 2021 तक 4.2 फीसदी लोगों तक ही बीमा का कवरेज पहुंच पाया है। उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा बहुत कम है और इसे बढ़ाने की जरूरत है। पांडा ने कहा, हमारा 140 करोड़ आबादी वाला विविधता से भरा देश है। यहां एक उत्पाद सभी के लिए सही नहीं हो सकता है। इसकी जगह हमें अनूठे उत्पादों की जरूरत है, जो बेहद अमीर और साथ ही बेहद गरीब, दोनों की बीमा जरूरतों को पूरा कर सकें। पांडा ने कहा कि बीमा उत्पादों की मांग बढ़ती ही जा रही है। इस मांग को आज 70 कंपनियां तक सीमित नहीं किया जा सकता।