अदाणी इंटरप्राइजेज के शेयरों में 36 फीसदी की गिरावट, फिर 50 फीसदी बढ़ा 

नई दिल्ली। हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद से अदाणी समूह की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। उनकी 11 में से सात कंपनियों के शेयरों में शुक्रवार को भी भारी गिरावट जारी रही। इसकी वजह से कुल बाजार पूंजीकरण 9.11 लाख करोड़ रुपये घटकर अब 10.09 लाख करोड़ रुपये आ गया है जो 24 जनवरी को 19.20 लाख करोड़ रुपये था। 1.80 लाख करोड़ रुपये के साथ अदाणी इंटरप्राइजेज समूह की सबसे बड़ी कंपनी है। समूह का कुल पूंजीकरण अब अकेले रिलायंस इंडस्ट्रीज के 15.75 लाख करोड़ और टीसीएस के 12.74 लाख करोड़ रुपये से भी कम हो गया है। 

24 जनवरी को हिंडनबर्ग की आई रिपोर्ट के बाद समूह की कंपनियों के शेयरों में 58 फीसदी तक की गिरावट आई है। अदाणी इंटरप्राइजेज का शेयर 54 फीसदी गिरकर 1,584 रुपये पर, अदाणी पोर्ट का शेयर 34 फीसदी गिरकर 498 रुपये, अदाणी पावर का शेयर 29 फीसदी टूटकर 192 रुपये पर रहा। इसी तरह इसकी ट्रांसमिशन कंपनी का शेयर 49 फीसदी, ग्रीन एनर्जी का शेयर 51 फीसदी और टोटल गैस का शेयर 58 फीसदी टूट गया है। अदाणी विल्मर 30 फीसदी, एसीसी सीमेंट 17 और अंबुजा सीमेंट का शेयर 25 फीसदी टूटा है। 

अदाणी इंटरप्राइजेज के शेयर में शुक्रवार को 50 फीसदी का उतार-चढ़ाव देखा गया। सुबह के सत्र में यह शेयर टूटकर 1,017 रुपये पर आ गया था। बृहस्पतिवार को 1,564 रुपये पर बंद हुआ था। हालांकि, बाद में यह गिरावट थम गई और शेयर 1.25 फीसदी बढ़कर 1,584 रुपये पर बंद हुआ। इसी कंपनी का 20 हजार करोड़ रुपये का फॉलोऑन पब्लिक ऑफर आया था, जिसे कंपनी ने पूरी तरह से भरने के बाद भी वापस ले लिया था। 

कई बैंकरों ने कहा कि समूह अपनी चिंताओं को दूर करने की कोशिश करने के लिए बैंकों तक पहुंच गया है, क्योंकि कुछ बैंकर सख्त क्रेडिट नियमों पर विचार कर रहे हैं। एक वरिष्ठ बैंकर ने कहा कि अदाणी के शीर्ष अधिकारियों ने इस सप्ताह एसबीआई से बात की, जिसका समूह में सबसे अधिक जोखिम है। समूह ने कहा, उसे पुनर्भुगतान और नकदी प्रवाह के साथ किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ रहा है। 

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