सार्वकालिक स्तर से 70 फीसदी तक टूट गए अदाणी की कंपनियों के शेयर 

मुंबई- अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में जमकर गिरावट जारी है। लगातार 6 दिनों से समूह की 11 कंपनियों के शेयर पिट रहे हैं। हालांकि बृहस्पतिवार को अंबुजा और एसीसी सीमेंट में मामूली बढ़त रही है। गिरावट ऐसी है कि सार्वकालिक स्तर से ये शेयर 70 फीसदी से ज्यादा टूट गए हैं। जबकि एफपीओ लाने वाली अदाणी इंटरप्राइजेज का शेयर एफपीओ के भाव में गिरकर आधा हो गया है। इसका भाव 3,112 से 3,276 रुपये था जो अब 1,564 रुपये पर आ गया है। 

उधर, 24 जनवरी को आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का असर अभी खत्म नहीं हुआ कि बुधवार को क्रेडिट सुइस और सिटी बैंक के नए फैसले से शेयरों पर दोगुना गिरावट का असर दिखने लगा है। अदाणी इंटरप्राइजेज बुधवार को 28 फीसदी टूटने के बाद बृहस्पतिवार को भी 26 फीसदी से ज्यादा टूट गया। इस तरह से दो दिन में ही यह 54 फीसदी तक टूट गया है। 

अदाणी समूह की कंपनियों में से अब किसी का भी बाजार पूंजीकरण 2 लाख करोड़ रुपये से ऊपर नहीं है। एक समय इनका पूंजीकरण 5 लाख करोड़ रुपये के करीब हुआ करता था। पूंजीकरण के लिहाज से अब सबसे बड़ी कंपनी अदाणी टोटल गैस है जिसका मूल्यांकन 1.88 लाख करोड़ रुपये है। चार कंपनियां एक लाख करोड़ से ऊपर वाली हैं, बाकी 7 कंपनियां उससे कम की हैं। 

उधर, अदाणी समूह के मालिक गौतम अदाणी ने भले ही नैतिक आधार पर फॉलोऑन पब्लिक ऑफर (एफपीओ) टालने का फैसला किया हो, लेकिन बाजार के जानकारों का कहना है कि जिन निवेशकों ने एफपीओ में पैसा लगाया है, उनका क्या होगा। उनको पैसा तो वापस मिलेगा, पर क्या इस निवेश पर कोई ब्याज मिलेगा? अगर नहीं मिलता है तो फिर नैतिकता किस बात की है। 

ऐसे रही शेयरों में गिरावट 

लगातार शेयरों की गिरावट और एफपीओ वापस लेने के बाद पहली बार अदाणी समूह के मालिक गौतम अदाणी ने बृहस्पतिवार को बात की। उन्होंने निवेशकों को एक वीडियो संदेश में कहा कि एक उद्यमी के रूप में 4 दशकों से अधिक की मेरी विनम्र यात्रा में मुझे सभी हितधारकों, विशेष रूप से निवेशकों से भारी समर्थन मिला है। मेरे लिए, मेरे निवेशकों का हित सर्वोपरि है। बाकी सब कुछ गौण है। निवेशकों को संभावित नुकसान से बचाने के लिए हमने एफपीओ वापस ले लिया है। 

अदाणी के शेयरों की बात करें तो अदाणी एंटरप्राइजेज का अपने सर्वोच्च स्तर से 75 फीसदी, अदाणी पोर्ट 52 फीसदी, पावर 56 फीसदी, ट्रांसमिशन 65 फीसदी, ग्रीन एनर्जी 64 फीसदी, टोटल गैस 60 फीसदी और विल्मर 54 फीसदी टूट गया है।  

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