चीन के राष्ट्रपति की अमेरिका को धमकी, कहा फौज उतारने से पीछे नहीं हटेंगे
मुंबई- चीन ने ताइवान को लेकर अमेरिका को दो टूक चेतावनी दी है। चीन ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो हम फौज उतारने से भी पीछे नहीं हटेंगे। इस बयान को अमेरिका के लिए सीधी चेतावनी के तौर पर देखा जा रहा है।
कुछ दिन पहले ही अमेरिकी वायु सेना के एयर मोबिलिटी कमांड के प्रमुख जनरल माइक मिन्हान ने कहा था कि मुझे लगता है कि 2025 में अमेरिका और चीन के बीच युद्ध हो सकता है। उनके इस बयान का अमेरिकी कांग्रेस के वरिष्ठ रिपब्लिकन सांसद माइकल मैककॉल ने भी समर्थन किया था। उन्होंने कहा था कि ताइवान के मुद्दे पर चीन से संघर्ष की आशंका काफी ज्यादा है।
अमेरिकी अधिकारियों के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए चीन विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम अमेरिका से अपील करते हैं कि वह वन चाइना पॉलिसी को काफी गंभीरता से ले और दोनों देशों की ओर से जारी साझा बयानों को माने। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि नए विवाद की जड़ दो बाते हैं। पहली यह कि ताइवान की डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी आजादी के लिए अमेरिका पर निर्भर हो रही है। दूसरा यह कि अमेरिका में कुछ लोग चीन को काबू में करने के लिए ताइवान का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं।
निंग ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि उन्हें अपने नेतृत्व के किए गए वादों को निभाते हुए ताइवान के मामले में जबरन घुसने का काम नहीं करना चाहिए। अमेरिका को ताइवान के साथ सैन्य संबंधों पर भी रोक लगानी चाहिए। उन्होंने यह भी दोहराया कि ताइवान चीन का हिस्सा है और हम शांतिपूर्वक और पूरी ईमानदारी के साथ इसका अधिग्रहण करना चाहते हैं।
चीन ने आरोप लगाया कि अमेरिका अपने सहयोगियों पर चीन की चिप तकनीक का बहिष्कार करने के लिए दबाव बना रहा है। इसका लक्ष्य अमेरिका के अपने हितों को साधना है। चीनी प्रवक्ता ने दावा किया कि अमेरिका के इस कदम से दुनियाभर में उद्योगों को नुकसान होगा।