हर घंटे स्टार्टअप में 1,600 लोगों की छंटनी, 2022 में 1.53 लाख निकाले गए
ई दिल्ली- ग्रोसरी डिलीवरी ऐप डुंजो ने 16 जनवरी को बताया कि उसने अपने 3 फीसदी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। कंपनी ने कहा है कि ऐसा रीस्ट्रक्चरिंग के तहत किया गया है। बता दें कि डुंजो को गूगल से समर्थन प्राप्त है। कंपनी के सीईओ कबीर बिस्वास ने एक बयान में कहा, “लोगों को प्रभावित करने वाला कोई भी फैसला मुश्किल होता है। पिछले हफ्ते हमें हमारी कुल क्षमता में से 3 फीसदी लोगों से अलग होना पड़ा.” हालांकि, डुन्जो ने बाहर किए गए कर्मचारियों की कुल संख्या नहीं बताई।
डुन्जो ने अपने लिंक्डिन प्रोफाइल पर लिखा है कि उसके पास 3000 कर्मचारी हैं। इसका मतलब है कि कंपनी ने करीब 90 लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया है। डुन्जो के सीईओ ने कहा कि इन लोगों ने हमारे साथ अपना करियर बनाने का विकल्प चुना और ऐसे प्रतिभाशाली लोगों को जाते देखना दुखी करने वाला है। उन्होंने कहा कि कंपनी इस बदलाव में उनकी मदद के लिए हरसंभव कदम उठा रही है।
वेबसाइट के अनुसार, 2022 में 1,53,110 लोगों को नौकरी से निकाला गया। छंटनी करने वाली कंपनियों में अधिकांश टेक कंपनियां रहीं. छंटनी करने वाली प्रमुख कंपनियों में मेटा, ट्विटर, ओरेकल, स्नैप, ऊबर और इंटेल आदि शामिल रहीं। केवल नवंबर में ही 51489 लोगों की छंटनी हुई। ऐसा माना जा रहा है कि इस साल गूगल भी अपने कई कर्मचारियों की छुट्टी कर देगी। गूगल इस साल करीब 11000 कर्मचारियों को निकाल सकती है। अगर ऐसा सच में होता है तो 2023 टेक की नौकरियों के लिए अब तक का सबसे बुरा साल साबित हो सकता है।