इस साल अगस्त से आरबीआई दरों में कर सकता है 0.75 फीसदी की कटौती
मुंबई- चालू वर्ष में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) दरों में 0.75 फीसदी की कटौती कर सकता है। हालांकि, फरवरी में यह 0.25 फीसदी की वृद्धि कर सकता है जिससे रेपो दर 6.50 फीसदी पर पहुंच जाएगी। ब्रोकिंग कंपनी नोमुरा ने शुक्रवार को कहा कि कमोडिटी की कम होती कीमतों और वृद्धि पर फोकस करने के लिए ऐसा फैसला होने की उम्मीद है।
नोमुरा ने कहा कि इस साल अगस्त से दरों में कटौती शुरू होने की उम्मीद है। वैश्विक स्थितियों के कारण 2023 में भारत की वृद्धि दर 4.5 फीसदी रह सकती है। जुलाई-सिंतबर में यह 6.3 फीसदी थी। ऐसे में दरों में कटौती करना होगा। नोमुरा की अर्थशास्त्री सोनल वर्मा ने कहा कि फरवरी में 0.25 फीसदी की बढ़त के बाद इस पर रोक लगेगी। साल 2011 के बाद पहली बार इतनी आक्रामक दर से ब्याज दर बढ़ी है।
वर्मा ने कहा, आरबीआई ने अब तक पांच बार लगातार दरें बढ़ाई है। इससे बेंचमार्क दर 6.25 फीसदी हो गई है जो करीब चार साल के ऊपरी स्तर पर है। नोमुरा पहला ब्रोकर हाउस है जिसने 2023 में दरों में कटौती का अनुमान जताया है। इसने कहा कि इस साल के अंत तक रेपो दर घट कर 5.75 फीसदी पर आ सकता है।
उधर, गोल्डमैन सैश का मानना है कि अक्तूबर-दिसंबर में आरबीआई दरों में 0.25 फीसदी की कमी कर सकता है। वर्मा ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत की स्थिति बेहतर है लेकिन कमजोर निर्यात और धीमी औद्योगिक वृद्धि दर से निवेश में कमी आ सकती है।