ओला और कैश फ्री ने 300 कर्मचारियों को निकाला, छंटनी का दौर जारी
मुंबई- ट्विटर, मेटा, अमेजन के बाद अब कुछ भारतीय कंपनियों ने भी कर्मचारियों की छंटनी कर शुरू कर दी है। बेंगलुरु की कैब एग्रीगेटर ओला कैब्स ने “रिस्ट्रक्चरिंग” के तहत अपने कुछ विभागों से कर्मचारियों को निकाल दिया है। वहीं, ऑनलाइन पेमेंट सर्विस देने वाली कंपनी कैशफ्री ने संस्थान में पुनर्गठन का हवाला देकर करीब 60 से 80 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
कंपनी ने ओला कैब्स, ओला इलेक्ट्रिक और ओला फाइनेंशियल सर्विसेज वर्टिकल से 200 कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी है। दरअसल कंपनी इन पूरी टीम में बड़े स्तर पर बदलाव कर रही है जिसका सबसे ज्यादा असर इंजीनियरिंग सेक्शन में दिख रहा है।
ओला में कर्मचारियों की यह छंटनी रीस्ट्रक्टरिंग एक्सरसाइज के तहत हुई है और इसका असर हायरिंग पर नहीं दिखेगा। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी अपनी कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए टीमों में बदलाव करती रहती है. छंटनी के बीच इंजीनियरिंग और डिजाइन सेक्शन में नई कर्मचारियों की नई भर्ती जारी रहेगी। वहीं, जिन लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है उन्हें नोटिस पीरियड के हिसाब से हर्जाने की रकम के तौर पर सेवरन्स पैकेज दिया जाएगा।
उधर फंडिंग की कमी के चलते ऑनलाइन पेमेंट सर्विस मुहैया कराने वाली कैशफ्री ने भी लागत घटाने के लिए छंटनी का सहारा लिया है। कंपनी ने बताया कि बिजनेस एक्विटिजी को ध्यान में रखते हुए कंपनी नियमित अंतराल पर अपने परफॉर्मेंस और प्रोसेस का मूल्यांकन करती है। कंपनी ने कहा कि छंटनी से जुड़े इस ताजा फैसले से 6 से 8 फीसदी कर्मचारी प्रभावित हुए हैं।
बता दें कि पिछले साल मंदी की आशंका और बिजनेस प्रभावित होने के डर से ट्विटर, अमेजन और फेसबुक समेत कई कंपनियों ने अपने हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था. इसमें सबसे ज्यादा चर्चा ट्विटर में हुई ताबड़तोड़ छंटनी को लेकर हुई, क्योंकि एलन मस्क ने अधिग्रहण के बाद कंपनी के आधे स्टाफ को जॉब से निकाल दिया था।