ऑटो क्षेत्र की पीएलआई में लक्ष्य से 60फीसदी ज्यादा मिला निवेश
मुंबई- ऑटोमोबाइल और इसके कलपुर्जों के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना में 67,690 करोड़ रुपये का प्रस्ताविक निवेश मिला है। यह तय लक्ष्य अनुमान के मुकाबले 60 फीसदी अधिक है। अनुमान पांच साल में 42,500 करोड़ रुपये के निवेश का था। पीएलआई योजना के तहत कुल 115 कंपनियों ने आवेदन किया था। इसके दिशानिर्देशों को 23 सितंबर, 2021 को अधिसूचित किया गया था।
भारी उद्योग मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को बताया कि 115 में से कुल 85 आवेदकों को स्वीकृत किया गया था। मूल उपकरण निर्माण प्रोत्साहन योजना के लिए 18 आवेदक और कंपोनेंट चैंपियन प्रोत्साहन योजना के तहत 67 आवेदकों को मंजूरी मिली थी। योजना के दोनों भाग के लिए दो ऑटो कंपनियों को मंजूरी दी गई है।
भारतीय कंपनियों के अलावा, पीएलआई योजना के तहत स्वीकृत आवेदकों में कोरिया, अमेरिका, जापान, फ्रांस, इटली, ब्रिटेन और नीदरलैंड जैसे देशों के समूह भी शामिल हैं। मंत्रालय ने कहा, जबरदस्त प्रतिक्रिया से पता चलता है कि उद्योग ने विश्व स्तरीय विनिर्माण गंतव्य के रूप में भारत की शानदार प्रगति में अपना विश्वास दोहराया है।
अपनी आत्मनिर्भर योजना के हिस्से के रूप में सरकार ने भारतीय निर्माताओं को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने, निवेश आकर्षित करने, निर्यात बढ़ाने, भारत को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में एकीकृत करने और आयात पर निर्भरता कम करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजनाएं शुरू कीं हैं।