ग्राहकों को नकली हॉलमार्क के मिल रहे गहने, कारोबारियों ने कहा सख्त हो नियम
मुंबई- देश भर में ग्राहकों को नकली हॉलमार्क वाले सोने बेचे जा रहे हैं। बड़े जूलरी कारोबारी और उद्योग के लोगों ने सरकार से कहा है कि इस नकली हॉलमार्क के बाजार को खत्म करने के लिए कोई ठोस नियम लाया जाए। कुछ समय पहले ही ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) ने सभी तरह की सोने की जूलरी पर हॉलमार्किंग अनिवार्य किया था। उसके बाद से ही पूरे देश में नकली हॉलमार्क का चलन तेजी से बढ़ गया है।
सूत्रों ने कहा कि जूलरी निर्माता तस्करी वाला सोना खरीदते हैं। उसी पर अवैध तरीके से हॉलमार्किंग कर खुदरा बाजार में बेच रहे हैं। इस तरह के सोने प्रति ग्राम 200-300 सस्ते में बेचे जाते हैं। इससे ग्राहक इनकी ओर ज्यादा रुझान दिखा रहे हैं। इस वजह से नियमों में रहकर गहनों की बिक्री करने वाले कारोबारियों को भारी नुकसान हो रहा है।
कारोबारियों का कहना है कि सोने पर आयात शुल्क बढ़ाने से घरेलू बाजार में बड़े पैमाने पर तस्करी के सोने आ रहे हैं। बाद में इस सोने को अवैध जूलरी मैन्युफैक्चरिंग केद्रों पर जूलरी में बदल दिया जाता है। इससे सरकार को सालाना अरबों रुपये के टैक्स का घाटा हो रहा है। नकली हॉलमार्क से ग्राहक भी भ्रमित हैं और वे इस तरह की जूलरी खरीद ले रहे हैं।
वित्त मंत्री ने कहा, तस्करी और आयात के संबंधों का लगाएं पता
इसी महीने के पहले हफ्ते में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में कहा था कि अधिकारियों को यह पता लगाना चाहिए कि क्या सोने के ज्यादा आयात और तस्करी के बीच कोई संबंध है। डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) की स्मगलिंग इन इंडिया रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 में 500 करोड़ रुपये का 833 किलोग्राम तस्करी का सोना जब्त हुआ था। 2020-21 में कोरोना से हवाई सेवा बंद होने से खाड़ी क्षेत्र से तस्करी में गिरावट देखी गई थी।
2020-21 में डीआरआई ने 858 करोड़ रुपये का 2.62 टन सोना जब्त किया था। 2018-19, 2017-18 और 2016-17 में क्रमश: 833.5 करोड़ रुपये, 531 करोड़ रुपये और 243 करोड़ रुपये का सोना जब्त किया गया था। सरकार ने सितंबर 2020 में संसद को बताया कि अगस्त 2020 को समाप्त पांच वर्षों में हवाई अड्डों पर तस्करी के 16,555 मामलों में 3,122.8 करोड़ रुपये का 11 टन सोना जब्त किया गया है।
हालाँकि, यह केवल वह सोना है जिसे जब्त किया गया था। जो तस्करी सफल हुई वह एजेंसियों द्वारा जब्त की गई राशि से कहीं अधिक हो सकती है। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) के अनुसार, सोने पर आयात शुल्क 7.5 फीसदी से बढ़कर 12.5 फीसदी होने से कोरोना के पहले की तुलना में कैलेंडर वर्ष 2022 में तस्करी 33 फीसदी बढ़कर 160 टन तक पहुंच सकती है। आधिकारिक रूप से 2021-22 में 3.44 लाख करोड़ का सोना आयात किया गया जबकि 2020-21 में यह 2.54 लाख करोड़ और 2019-20 में 1.99 लाख करोड़ रुपये का आयात किया गया था।