तमाम मोबाइल एप के कारण 5.4 करोड़ लोगों का डाटा पड़ा खतरे में
मुंबई- आजकल लोगों का ज्यादातर काम मोबाइल से ही होता है। लोग अब एटीएम से कैश कम निकालते हैं और ज्यादातर लेन-देन मोबाइल से ही करते हैं। ऐसे में मोबाइल पर कोई भी ऐप इस्तेमाल करते समय काफी सावधानी बरतने की जरूरत है। बीते दिनों में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें लोगों का बैंक अकाउंट खाली हो गया है। ऐसे में अगर आप किसी अनजान ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं तो सावधान हो जाएं।
रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के करीब 5.4 करोड़ से ज्यादा लोगों का डेटा खतरे में पड़ गया है। इसमें भारत के भी काफी यूजर्स शामिल हैं। अगर आप इन ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं तो तुरंत अपने मोबाइल से हटा दें।
रिपोर्ट के मुताबिक, तीन लोकप्रिय ट्रांजैक्शनल और मार्केटिंग ईमेल सर्विस प्रोवाइडर- मैलगुन, मेलचिम्प और सैंडग्रिड ने 5.4 करोड़ से ज्यादा मोबाइल ऐप यूजर्स के डेटा को खतरे में डाल दिया है, जिसमें भारत भी शामिल है। साइबर-सिक्योरिटी फर्म CloudSEK के मुताबिक, अमेरिका में लोगों ने इन ऐप्स को सबसे अधिक डाउनलोड किया है। इसके बाद यूके, स्पेन, रूस और भारत का नंबर है।
एक एपीआई यानी एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस सॉफ्टवेयर का एक पार्ट है जो एप्लिकेशन को बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के एक दूसरे के साथ संवाद करने की अनुमति देता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, लीक एपीआई ईमेल भेजने, एपीआई कुंजी को हटाने और दो-कारक प्रमाणीकरण को संशोधित करने जैसी कई अनधिकृत कार्रवाइयां करने की अनुमति देती है। मेलगुन ईमेल एपीआई सेवाएं प्रदान करता है जो ब्रांडों को बड़े पैमाने पर अपने डोमेन के माध्यम से ईमेल भेजने, मान्य करने और प्राप्त करने में सक्षम बनाता है।