आईपीओ से जुटाई गई रकम का उपयोग बायबैक के लिए नहीं कर पाएगी पेटीएम
मुंबई- इस हफ्ते मंगलवार को पेटीएम की मूल कंपनी वन 97 कम्युनिकेशन लिमिडेट के बोर्ड की बैठक होनी है। इस बैठक में शेयर बायबैक ऑफर के प्रस्ताव पर विचार होगा। इस खबर के आने के बाद शुक्रवार को पेटीएम के शेयरों में बड़ी उछाल दर्ज हुई थी। लेकिन इस बायबैक ऑफर को लेकर अब एक खबर सामने आ रही है। पेटीएम अपने शेयर बायबैक ऑफर के लिए आईपीओ (IPO) से मिली रकम का इस्तेमाल नहीं कर सकती है।
सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए कहा कि नियमों के तहत कंपनी शेयर वापस खरीदने के लिए आईपीओ से मिली राशि का इस्तेमाल नहीं कर पाएगी। इसके लिए उसे अपनी नकदी का इस्तेमाल करना होगा। पेटीएम के ताजा वित्तीय परिणामों के अनुसार, उसके पास 9,182 करोड़ रुपये की नकदी है।
शेयर वापस खरीदने के प्रस्ताव पर कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक 13 दिसंबर को होने वाली है। बीते गुरुवार को शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि प्रबंधन का मानना है कि कंपनी की मौजूदा तरलता/वित्तीय स्थिति को देखते हुए बायबैक से हमारे शेयरधारकों को फायदा होगा। पिछले साल के आखिर में कंपनी के शेयर स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट हुए थे। इस साल यानी 2022 में व्यापक स्तर पर बिकवाली तथा कंपनी के मुनाफे को लेकर सवाल खड़े होने के बाद पेटीएम के शेयर 60 फीसदी टूटे गए।
सूत्रों ने कहा कि नियम किसी भी कंपनी को शेयर वापस खरीदने के लिए आईपीओ की आय का उपयोग करने से रोकते हैं। पेटीएम ने पिछले साल नवंबर में आईपीओ के जरिये 18,300 करोड़ रुपये जुटाए थे। कंपनी ने पिछले महीने कहा था कि अगले 12 से 18 महीने में यह फ्री कैश फ्लो पॉजिटिव हो जाएगा। सूत्रों ने संकेत दिया कि कंपनी कैश फ्लो जनरेशन के करीब है। इसका उपयोग कारोबार विस्तार के लिए किया जाएगा।
बायबैक के लिए कंपनी आईपीओ की राशि का इस्तेमाल कर रही है, इस चर्चा के बीच सूत्रों ने कहा कि नियम किसी भी कंपनी को ऐसा करने से रोकते हैं। आईपीओ से प्राप्त आय का उपयोग केवल उस विशिष्ट उद्देश्य के लिए किया जा सकता है जिसके लिए आईपीओ लाया गया था। इसकी निगरानी की जाती है। सूत्रों ने कहा कि इस बात की काफी संभावना है कि पेटीएम अपनी आईपीओ पूर्व नकदी का इस्तेमाल शेयर बायबैक के लिए करेगी।
बायबैक ऑफर एक ऐसी कॉर्पोरेट गतिविधि है, जिसमें कोई कंपनी अपने शेयरधारकों से शेयर वापस खरीदती है। आमतौर पर कंपनियां करंट मार्केट प्राइस से उच्च कीमत पर शेयर बायबैक करती हैं। बायबैक भी दो तरह के होते हैं।