होटल का 19 लाख का बिल चुकाने के लिए निलाम रख दी 58 लाख की कार
मुंबई- चंडीगढ़ के होटल शिवालिक व्यू में रहने आए अश्विनी कुमार चोपड़ा और रामनीक बंसल नाम के दो दोस्तों के साथ ऐसा ही हुआ। ये दोनों इस होटल में रहने आए, महीने भर तक दोनों ने लग्जरी रूम में मस्ती की। खूब खाया-पिया और मजे किए, लेकिन जब बिल भरने का टाइम आया तो दोनों की हालत खराब हो गई। दोनों की मस्ती उन पर इतनी भारी पड़ी कि उन्हें अपनी महंगी गाड़ियां गंवानी पड़ गई।
मामला थोड़ा पुराना है, लेकिन अब इस मामले में चंडीगढ़ इंडस्ट्रीयल एंड ट्यूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (CITCO) ने डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के सामने पिटीशन दाखिल की है। अपनी याचिका में CITCO ने कहा है कि साल 2018 में उनके होटल में दो गेस्ट अश्विनी कुमार चोपड़ा और रामनीक बंसल ठहरने आए थे। उनके होटल शिवालिक व्यू में दोनों ने खूब मस्ती की।
होटल की सारी सुख-सुविधाओं का मजा लिया। जब होटल से चेक आउट करने की बारी आई तो होटल ने उन्हें 19 लाख रुपए का बिल थमा दिया। 19 लाख का बिल देखकर दोनों की हालत खराब हो गई। पहले तो दोनों ने भागने की कोशिश की, लेकिन सिक्योरिटी ने उन्हें पकड़ लिया और उन्हें बिल भरने के लिए कहा। दोनों ने फिर चालाकी दिखाई और 6-6 लाख के तीन चेक दिए, लेकिन तीनों ही चेक बाउंस हो गए।
दोनों के पास जब कोई ऑप्शन नहीं रहा तो उन्होंने अपनी लग्जरी कार होटल के पास गिरवी रख दी। एक ने अपनी शेवरले क्रूज और दूसरे को अपनी Audi Q3 कार होटल के पास रखनी पड़ी है। दोनों की लग्जरी कार होटल के पार्किंग में लगी हुई है। उन्होंने भरोसा दिया कि वो जल्द ही 19 लाख रुपए का बिल भरकर अपनी कार ले जाएंगे। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस घटना के 5 साल बीत जाने के बाद भी दोनों आज तक अपनी लग्जरी कार लेने वापस नहीं आए हैं।
उन्होंने 19 लाख के बिल के चक्कर में अपनी महंगी कार गंवा दी। अगर इन कारों की कीमत की तुलना करें तो ये क्रूज की कीमत 13.38 लाख रुपए और ऑडी की कीमत 44.89 लाख रुपए है। यानी दोनों ने 19 लाख रुपए के होटल बिल से बचने के चक्कर में अपनी 58.27 लाख रुपए की कार गंवा दी है।
हालांकि ये कार पिछले पांच सालों से होटल की पार्किंग में खड़ी है, जिसे लेकर होटल ने कई बार दोनों से संपर्क किया है कि वो होटल बिल का बकाया चुकाकर उसे ले जाएं। बार-बार कोशिशों के बावजूद जब कोई भी नतीजा नहीं निकला तो CITCO ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। CITCO ने कोर्ट के सामने मांग की है कि उन्हें दोनों गाड़ियों की नीलामी का अधिकार मिलें ताकि वो अपने नुकसान की भरपाई कर सके।