पीएम फसल बीमा के तहत किसानों को मिला 1.25 लाख करोड़ का भुगताऩ
मुंबई- 2016 में शुरू होने के बाद से इस साल अक्तूबर तक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के तहत किसानों को 1,25,662 करोड़ रुपये के दावों का भुगतान किया जा चुका है। बृहस्पतिवार को कृषि मंत्रालय ने बताया कि योजना के तहत किसानों ने 31 अक्तूबर, 2022 तक कुल 25,186 करोड़ रुपये के फसल बीमा प्रीमियम का भुगतान किया था।
मंत्रालय ने कहा, केंद्र और राज्य सरकारें प्रीमियम का अधिकांश हिस्सा वहन कर रही हैं। हाल में महाराष्ट्र के कुछ जिलों में किसानों को बीमा दावों के तहत एक रुपये, 14 रुपये जैसी रकम भुगतान करने का मामला प्रकाश में आया था। इसके बाद ही कृषि मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। पीएमएफबीवाई दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी फसल बीमा योजना है। आने वाले वर्षों में इसके नंबर एक बनने की उम्मीद है। क्योंकि हर साल लगभग 5 करोड़ किसान इसके तहत आवेदन कर रहे हैं।
मंत्रालय ने कहा, पिछले 6 वर्षों में किसानों के बीच योजना की स्वीकार्यता बढ़ी है। 2016 में योजना शुरू होने के बाद से गैर-कर्जदार किसानों, सीमांत किसानों और छोटे किसानों की हिस्सेदारी में 282 फीसदी की वृद्धि हुई है। किसानों को खरीफ के लिए अधिकतम 2 फीसदी, रबी खाद्य और तिलहनी फसलों के लिए 1.5 फीसदी और वाणिज्यिक/बागवानी फसलों के लिए 5 फीसदी प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है।
मंत्रालय ने कहा कि सटीक कृषि के साथ पीएमएफबीवाई की पहुंच और संचालन को बढ़ाने में डिजिटलीकरण और प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। हाल ही में शुरू की गई मौसम सूचना और नेटवर्क डेटा सिस्टम (विंड्स), प्रौद्योगिकी पर आधारित यील्ड एस्टीमेशन सिस्टम (यस-टेक), रियल टाइम ऑब्जर्वेशन्स एंड फोटोग्राफ्स ऑफ क्रॉप्स का संग्रह इस योजना के तहत उठाए गए कुछ प्रमुख कदम हैं। वास्तविक समय में किसानों की शिकायतों को दूर करने के लिए एक एकीकृत हेल्पलाइन प्रणाली वर्तमान में छत्तीसगढ़ में बीटा परीक्षण के अधीन है।